झारखंड की आंगनबाड़ी क्रांति: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में स्मार्टफोन से सशक्तिकरण, डिजिटल सपनों की उड़ान!
झारखंड, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दूरदर्शी नेतृत्व में डिजिटल परिवर्तन की नई ऊँचाइयों को छू रहा है। उनकी प्रेरणा और संकल्प से आंगनबाड़ी सेविकाएँ सशक्त हो रही हैं, और स्मार्टफोन न केवल संचार का माध्यम बन रहे हैं, बल्कि पोषण, शिक्षा और आर्थिक विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं। महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में 37,810 आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्मार्टफोन प्रदान किए हैं, जो अब सेवा वितरण में एक गेम-चेंजर साबित हो रहे हैं।
आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्मार्टफोन देते हेमंत सोरेन
स्मार्टफोन से स्मार्ट सेवाएँ, आत्मविश्वास से भरी सेविकाएँ
कांके परियोजना की सुकरुहुटू आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका सरिता कुमारी गर्व से कहती हैं:
“स्मार्टफोन ने मेरे डेटा अंकन कौशल को निखारा है। अब मैं आत्मविश्वास के साथ लाभार्थियों की तस्वीरें लेती हूँ, उनकी पहचान सत्यापित करती हूँ, और टी.एच.आर. जैसी सेवाएँ आसानी से प्रदान करती हूँ।”
पहले सेविकाओं को दूसरों के फोन पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन हेमंत सोरेन की इस पहल ने उन्हें स्वतंत्रता और दक्षता प्रदान की है। इसका नतीजा? मार्च 2023 में 17,44,100 (48.03%) आधार सत्यापित लाभार्थी थे, जो मार्च 2025 तक बढ़कर 30,11,829 (97.22%) हो गए! यह स्मार्टफोन की ताकत और मुख्यमंत्री के विजन का कमाल है।
स्मार्टफोन लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद देता आंगनबाड़ी सेविकाएं
38,523 आंगनबाड़ी केंद्र: हेमंत सोरेन के सपनों का डिजिटल ठिकाना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य के 38,523 आंगनबाड़ी केंद्र अब सिर्फ सेवा केंद्र नहीं, बल्कि डिजिटल प्रगति के मंच बन चुके हैं। सेविकाएँ रियल-टाइम डेटा अंकन कर रही हैं, जिससे जिला और राज्य स्तर पर ICDS सेवाओं की निगरानी आसान हो गई है। हेमंत सोरेन का डेटा-आधारित शासन मॉडल न केवल सेवा गुणवत्ता को बढ़ा रहा है, बल्कि केंद्रों के बुनियादी ढांचे को भी मजबूत कर रहा है।
आधुनिकता की नई मिसाल: LED TV से RO तक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। सभी केंद्रों को जरूरी बर्तन उपलब्ध कराए गए हैं, और 16,775 केंद्रों में LED TV, RO वाटर प्यूरीफायर, बिजली, पंखे, शौचालय और सुरक्षित पेयजल जैसी सुविधाएँ दी जा रही हैं। यह हेमंत सोरेन की जन-केंद्रित नीतियों का जीवंत प्रमाण है।
आदिवासी गाँवों में नई रोशनी: हेमंत सोरेन का समावेशी विजन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विशेष प्रयासों से 1,200 से अधिक आदिवासी बहुल गाँवों में नए आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इन केंद्रों के जरिए जनजातीय समुदाय को पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा की सुविधाएँ मिलेंगी, जिससे वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। जल्द ही इन केंद्रों में सेविकाओं और सहायिकाओं की नियुक्ति भी होगी। यह हेमंत सोरेन का समावेशी विकास का सपना है, जो अब हकीकत बन रहा है।
आंगनबाड़ी: अब सिर्फ केंद्र नहीं, हेमंत सोरेन की प्रगति का प्रतीक
झारखंड की आंगनबाड़ियाँ अब केवल सेवा वितरण तक सीमित नहीं हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ‘अबुआ सरकार’ के नेतृत्व में ये केंद्र प्रगति के अवसरों के उत्प्रेरक बन रहे हैं। स्मार्टफोन, डेटा और आधुनिक सुविधाओं के दम पर ये केंद्र झारखंड को एक नए, सशक्त और डिजिटल भविष्य की ओर ले जा रहे हैं।