बच्चों की पढाई की जिम्मेदारी उठा रहे शिक्षक
कुंदन लाल / हज़ारीबाग़
हजारीबाग जिले के शिक्षकों की पत्रिका ‘शैक्षिक विमर्श’ का लोकार्पण बुधवार को ऑनलाइन विमोचन किया गया। निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने हजारीबाग में चल रहे शैक्षिक नवाचारों की सराहना करते हुए आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए शिक्षकों को महत्वपूर्ण निर्देश दिया । सचिव जैक ने शिक्षकों को आगामी बोर्ड परीक्षा की नई प्रणाली से अवगत कराया । उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपक निदेशक मिथलेश कुमार सिन्हा ने डिजिटल शिक्षा एवं टोला कक्षा के संदर्भ में शिक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा,कि कोरोना काल मे बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करना शिक्षकों की जिम्मेवारी है । यह काल शिक्षकों के लिए एक अवसर लेकर आया है । शिक्षक अपने नवाचार से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के साथ ही अपनी विशिष्ठ पहचान बना सकते हैं । इस विषम परिस्थिति में भी साप्ताहिक टेस्ट,सांस्कृतिक गतिविधियों एवं टोला कक्षा के माध्यम से बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दें । जिला शिक्षा पदाधिकारी लुदी कुमारी ने पत्रिका टीम को शुभकामना देते हुए इस कोविड काल में शैक्षणिक क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले 7 शिक्षकों को प्रोत्साहन प्रमाणपत्र भी प्रदान किया । उन्होंनें कहा,कि हजारीबाग के शिक्षकों का यह प्रयास राज्य के अन्य जिला के शिक्षकों को प्रेरणा देगा । पत्रिका विमोचन समारोह सह वेबिनार में पत्रिका संपादकीय टीम की ओर से शिक्षक डॉ.सुनील यादव एवं राकेश कुमार ने अपनी बात रखी । पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर एवं प्रोजेक्ट साथ-ई के प्रतिनिधि सह मैगजीन के सूत्रधार रवि प्रकाश गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए हजारीबाग जिला की शैक्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत किया । वेबिनार में कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालय पदमा की मेनका मेहता ने कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए डीजी-साथ प्रोगाम के अतिरिक्त उनके द्वारा किये गए प्रयास एवं नवाचारों की जानकारी दिया । शिक्षिका मौमिता मलिक के धन्यवाद ज्ञापन के साथ पत्रिका विमोचन सह वेबिनार सम्पन्न हुआ ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में निदेशक माध्यमिक शिक्षा,सचिव झारखण्ड अधिविद्द परिषद राँची,क्षेत्रीय उपनिदेशक नागपुर प्रमण्डल एवं डीइओ हजारीबाग उपस्थित थे ।