बोकारो: नावाडीह में पॉलीटेक्निक छात्र की निर्मम हत्या, एसिड से जला शव का पहचान छिपाने का प्रयास !
बोकारो: नावाडीह में पॉलीटेक्निक छात्र की निर्मम हत्या, एसिड से जला शव का पहचान छिपाने का प्रयास !
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!बोकारो जिले के नावाडीह थाना क्षेत्र के बाराडीह, टंडाबारी में 16 वर्षीय सूरज महतो, जो चांडिल पॉलीटेक्निक कॉलेज का प्रथम वर्ष का छात्र था, की बेरहमी से हत्या ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। शुक्रवार (22 अगस्त 2025) की शाम को सूरज का शव उसके घर से लगभग एक किलोमीटर दूर टंडाबारी के जंगल में एक ईंट भट्ठे के समीप झाड़ियों में पड़ा मिला। शव की हालत देखकर प्रतीत होता है कि हत्यारों ने न केवल धारदार हथियारों से उस पर कई वार किए, बल्कि उसकी पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे और शरीर पर एसिड भी डाला। इस जघन्य अपराध ने स्थानीय समुदाय में गहरा आक्रोश और भय पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
सूरज महतो, बाराडीह निवासी मनोज महतो का इकलौता बेटा था। वह चांडिल के पॉलीटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था और मनसा पूजा के अवसर पर एक सप्ताह पहले अपने गांव लौटा था। 20 अगस्त को गांव में जन्माष्टमी के उत्सव के तहत भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति विसर्जन के लिए वह घर से निकला था। इसके बाद वह लौटा नहीं। परिजनों ने बताया कि सूरज के न लौटने पर 21 अगस्त को उन्होंने और ग्रामीणों ने आसपास के इलाकों में उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन, 22 अगस्त को सुबह नावाडीह थाने में सूरज की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई।
शुक्रवार शाम करीब 5 बजे, कुछ स्थानीय चरवाहे जो जंगल में मवेशी चरा रहे थे, उनकी नजर झाड़ियों में पड़े एक शव पर पड़ी। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना गांववालों को दी। जब लोग घटनास्थल पर पहुंचे, तो शव की पहचान सूरज महतो के रूप में हुई। शव की स्थिति भयावह थी। सूरज की बायीं आंख और कान पर नुकीले हथियार, संभवतः लोहे के किसी औजार, से गहरे घाव थे। चेहरा, गर्दन, पेट, हाथ और पैर पर एसिड से जलने के सफेद निशान थे, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि हत्यारों ने उसकी पहचान छिपाने की कोशिश की। शव से कुछ दूरी पर सूरज का मोबाइल फोन और ईयरफोन भी बरामद हुआ, जो हत्या के बाद वहां छोड़ा गया प्रतीत होता है। शव से काफी मात्रा में खून भी निकला था, जो घटनास्थल पर जम गया था।
परिजनों का बयान
सूरज के पिता मनोज महतो ने गमगीन स्वर में बताया, “मेरा बेटा पढ़ाई में अच्छा था। वह जन्माष्टमी के लिए घर आया था। 20 अगस्त को वह मूर्ति विसर्जन के लिए निकला और फिर नहीं लौटा। हमने दो दिन तक उसकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। जब हमें जंगल में शव मिलने की खबर मिली, तो हमारी दुनिया उजड़ गई। उसका चेहरा और शरीर इस तरह जला और काटा गया था कि देखना मुश्किल था। यह बहुत क्रूरता से की गई हत्या है।”
मनोज ने यह भी बताया कि उन्हें कोई कारण समझ नहीं आ रहा कि उनके बेटे की हत्या क्यों और किसने की। सूरज का किसी से कोई विवाद या दुश्मनी होने की जानकारी भी परिवार को नहीं थी।
ग्रामीणों का आक्रोश
इस क्रूर हत्या से बाराडीह और आसपास के गांवों में आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोग हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया और मांग की कि बोकारो के पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वयं घटनास्थल पर पहुंचें। उनका कहना था कि बिना वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी और ठोस कार्रवाई के भरोसे के वे शव नहीं उठाने देंगे। ग्रामीणों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि क्षेत्र में इस तरह की जघन्य घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
बेरमो अंचल के पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा, और उसकी रिपोर्ट से मौत के सटीक कारणों का पता चलेगा। हत्या के पीछे के मकसद और दोषियों का पता लगाने के लिए सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है।”
पुलिस ने शव के पास मिले मोबाइल और ईयरफोन को जब्त कर लिया है और फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा, आसपास के इलाकों में पूछताछ शुरू की गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि सूरज आखिरी बार कब और कहां देखा गया था।
सवालों के घेरे में
इस हत्या ने कई सवाल खड़े किए हैं। आखिर सूरज को इतनी बेरहमी से क्यों मारा गया? क्या यह निजी रंजिश का मामला था, या इसके पीछे कोई अन्य मकसद था? एसिड के इस्तेमाल और चेहरे को नष्ट करने की कोशिश से यह स्पष्ट है कि हत्यारे उसकी पहचान छिपाना चाहते थे। क्या सूरज किसी ऐसी बात से वाकिफ था, जो हत्यारों के लिए खतरा थी? पुलिस के लिए इन सवालों के जवाब ढूंढना एक चुनौती होगी।
क्षेत्र में माहौल
इस घटना ने नावाडीह और आसपास के इलाकों में डर और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही हत्यारों को पकड़ा नहीं गया, तो उनका प्रशासन पर भरोसा टूट जाएगा। स्थानीय लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने प्रारंभिक जांच में कुछ संदिग्ध बिंदुओं पर ध्यान देना शुरू किया है, जिसमें सूरज के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और उसके कॉलेज व गांव के दोस्तों से पूछताछ शामिल है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के नतीजे इस मामले में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।





