पलायन जिला के लिए अभिशाप उपायुक्त.
सिमडेगा : जिला प्रशासन के द्वारा नगर भवन हाॅल में जिले सेें मानव तस्करी की जड़ तक पहुंच अभिशाप को जिला से मुक्त करने की दिशा में हित धारकों की क्षमता निर्माण हेतु रिफ्रेशर कार्यशाला का आयोजन किया गया। दिल्ली की शक्ति वाहनी के द्वारा मानव तस्करी को जिला से मुक्त करने की दिशा में उपस्थित टीम को कार्यशला के माध्यम से रिफ्रेश कर विस्तृत जानकारी दी।
उपायुक्त सुशांत गौरव ने टीम को संबोधित करते हुए कहा कि जिला को मानव के तस्करी से मुक्त करना है। मानव तस्करी, बाल तस्करी, महिला तस्करी इन बातों की जानकारी सभी को है, जिला में इन विषयों पर किस प्रकार से अंकूश लगाते हुए जिला को इन अभिशापों से मुक्त किया जाए, इस दिशा में विस्तृत समीक्षा एवं कार्यप्रणाली की जानकारी दी जाएगी। 2 अक्टुबर को इस संबंध में कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था। पूरी टीम के द्वारा अबतक बेहतर कार्य का भी प्रदर्शन किया गया है। 58 बच्चियों को तस्करों के हाथों से मुक्त करवाया गया है, जो जिले के लिए एक उपलब्धि से कम नहीं है। रिफ्रेशर कार्यशाला का उद्देश्य है, अबतक कितने सफर तय किये और आगे कितना बाकी है। उन्होने यह भी कहा कि कार्यशाला के माध्यम से दी जा रही जानकारियों को सुक्ष्म रूप से अमल करें और इसका अनुपालन अपने कार्य क्षेत्र में एवं लोगों को जागरूक आवश्यक करें।
उन्होने कहा कि बच्चियों को बहला-फुसला के बाहर ले जाते है, और गांव के हीं कुछ लोग मानव तस्करों को गांव में शरण देते है। ग्रामीण जागरूक हो। कृषि को बढ़ावा दें, बच्चों को शिक्षित बनायें, मानव तस्कर की सूचना दें। जिला प्रशासन ऐसे लोगों के विरूद्ध कानून के तहत् सजा दिलाने एवं जिला को मानव तस्करी से मुक्त बनाने की दिशा में कृत संकल्पित है। दिल्ली की शक्ति वाहनी की टीम ने मानव तस्करी को जिला से मुक्त करने की दिशा में उपस्थित टीम को कार्यशला के माध्यम से रिफ्रेश कर विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला में अनुमण्डल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो0 शहजाद परवेज, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभी सिंह, डीएसपी सहदेव साव, दिल्ली शक्ति वाहिनी के पदाधिकारी, मुखिया, महिला पर्यवेक्षिका, शिक्षक, पुलिस, सखी मण्डल की महिलाएं, आॅटो चालक मुख्य रूप से उपस्थित थें।
सिमडेगा, शम्भू कुमार सिंह