रांची के कई ठिकानों पर ईडी की चल रही छापेमारी, जाने क्या है पूरा मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रांची के लालपुर, बरियातू, चुटिया, कांके और अन्य क्षेत्रों में कई ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की टीमें राजबीर कंस्ट्रक्शन और अन्य बिल्डरों के ठिकानों पर जांच कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, झारखंड के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में भी 21 स्थानों पर एक साथ छापेमारी चल रही है।
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गौरतलब है कि इससे पहले 26 सितंबर 2023 को राजबीर कंस्ट्रक्शन के ठिकानों पर जीएसटी की छापेमारी हो चुकी है। ये सभी बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट से जुड़े हुए है।
मामला
बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा में लगभग 100 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जे और घोटाले का मामला वर्ष 2022 में सामने आया था। आरोप है कि भू-माफियाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से यह जमीन एक निजी कंपनी को सौंप दी। जांच में पता चला कि वर्ष 2013 में चास थाना क्षेत्र के सर्वे प्लॉट संख्या 426/450 को ‘जंगल साल’ यानी वन भूमि के बजाय ‘पुरानी परती’ भूमि के रूप में दर्ज कर लिया गया।
इसके बाद महेंद्र कुमार मिश्र नामक व्यक्ति ने वर्ष 2013 में सीएनटी एक्ट की धारा 87 के तहत बोकारो इस्पात परियोजना प्राधिकरण के खिलाफ मुकदमा दायर किया, जिसमें जिला प्रशासन की भूमिका संदिग्ध पाई गई। हालांकि, 2014 के बाद उन्होंने खुद को मामले से अलग कर लिया, लेकिन तब तक कई स्तर पर गड़बड़ियां हो चुकी थीं।
सीआईडी भी कर रही जांच
वन भूमि घोटाले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर सीआईडी ने भी जांच शुरू कर दी है। बोकारो वन प्रमंडल के प्रभारी वनपाल रुद्र प्रताप सिंह की शिकायत पर 18 मार्च 2024 को सेक्टर-12 थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी। मामले में IPC की धारा 406, 420, 467, 468, 471, 120बी/34 के साथ-साथ फॉरेस्ट एक्ट की धारा 30(सी)/63 भी जोड़ी गई है।
इस छापेमारी से घोटाले से जुड़े और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।