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चुनाव के समय राज्य सरकार ने शिक्षण संस्थानों में आतंक का राज स्थापित किया : प्रतुल शाहदेव

निश्चित हार से बदहवास हेमंत सोरेन सरकार अब छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही*

झामुमो के प्रवक्ता ने 15 दिन पहले इन विश्वविद्यालयों की चर्चा की थी और आज पुलिस की रेड पड़ गई*

हेमंत सरकार ने कुछ अधिकारियों को टूल किट बना दिया*

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आज रांची के मारू टावर स्थित प्रदेश मीडिया सेंटर में प्रेस वार्ता को संबोधित करके राज्य सरकार पर राज्य के प्रतिष्ठित निजी शिक्षण संस्थाओं को टारगेट करने का आरोप लगाया।प्रतुल ने कहा कि जिस तरीके से शिक्षण संस्थानों में छापेमारी हो रही है उससे यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार अपने हार से बदहवास होकर किसी भी हद तक नीचे गिर जा रही है। प्रतुल का यह राज्य सरकार के द्वारा शिक्षण संस्थानों में आतंक का राज्य स्थापित करने की कोशिश है। *हेमंत सरकार को तब मुंह की खानी पड़ी जब सरला बिरला स्कूल और विश्वविद्यालय से चुनाव से संबंधित ना नकद बरामद हुआ ना कोई दस्तावेज।

जिस तरीके से प्रतिष्ठित सरला बिरला स्कूल और विश्वविद्यालय और उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में राज्य पुलिस ने सरकार के इशारे पर छापेमारी की यह अति निंदनीय है। प्रतुल ने कहा की सरला बिरला समूह 1913 से ही राज्य में अपनी सेवा दे रहा है। शुरुआत अस्पताल से हुई थी ।अब यह एक राज्य का अति प्रतिष्ठित स्कूल और निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हो गया है। सिर्फ सरला बिरला शिक्षण संस्थानों में 1041 लोग नौकरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। 12000 बच्चे को उच्च स्तरीय शिक्षा मिलती है। *इस तरह हिमाद्री ग्रुप के द्वारा संचालित उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में भी हजारों बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा मिलती है।राज्य पुलिस के द्वारा इन संस्थाओं को टारगेट करना सब दिख रहा है कि राज्य सरकार शिक्षण व्यवस्था को पंगु बनाना चाहती है।*

प्रतुल ने कहा कि आज से 15 दिन पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता ने प्रेस वार्ता में नामकुम और टाटीसिल्वे में स्थित इन विश्व विद्यालयों पर राजनीतिक टिप्पणी की थी और आज पुलिस का रेड पड़ गया। साफ दिख रहा है कि पुलिस झारखंड मुक्ति मोर्चा के इशारे पर चल रही है।कुछ अधिकारी इस सरकार में टूल किट बनकर काम कर रहे हैं।

प्रतुल ने कहा कि राज्य सरकार की खुद की शिक्षा व्यवस्था वेंटिलेटर पर है। 96% मिडिल स्कूल में पूर्णकालिक हेड मास्टर नहीं है।मिडिल, प्राइमरी और हाई स्कूल के कुल 68% शिक्षकों की नियुक्ति अभी तक नहीं हुई है। 65,000 पारा शिक्षक अपना अधिकार को लेकर सड़कों पर है।इसके बावजूद विपरीत परिस्थितियों में भी जो निजी शिक्षण संस्थान अच्छा कार्य कर रहे हैं ,उनको यह सरकार टारगेट कर रही है।

*प्रतुल ने कहा कि राज्य सरकार ने सरला बिरला विश्वविद्यालय में छापेमारी के दौरान सभी सीमाएं पार कर दी। सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की गई। कोई सर्च वारंट नहीं दिखाया गया।चुनाव आयोग से प्राप्त कोई निर्देश की कॉपी नहीं दिखाई गई।रेड करने गए अधिकारियों ने कहा कि यह एसएसपी के मौखिक आदेश पर रेड हो रहा है। प्रतुल ने कहा कि राज्य सरकार और राज्य पुलिस ने उस समय प्रदेश को शर्मसार किया जब वह बिना नामजद वारंट के विश्वविद्यालय के महानिदेशक और प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रोफेसर डॉ गोपाल पाठक के आवास में घुस गए। गोपाल पाठक जी के आवास में भी स्टाफ के साथ बदसलूकी की गई।*

प्रतुल ने कहा भारतीय जनता पार्टी राज्य के निजी संस्थाओं को हेमंत सरकार के कहने पर पुलिस के द्वारा टारगेट करने के मामले को बहुत गंभीरता से ली है और शीघ्र उचित फोरम में ये बात उठेगी। लेकिन एक चीज स्पष्ट हो गया कि अपने निश्चित हार को देखकर हेमंत सोरेन इतने बदहवास हो गए हैं कि वह फेयरवेल गिफ्ट में शिक्षा व्यवस्था को पंगु बनाने में लगे हैं।

 

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