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आदिवासी संगठनों के द्वारा सरना कोड को लेकर महा बैठक.

Team Drishti.

रांची : आज केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, आदिवासी सेंगेल अभियान एवं विभिन्न सरना आदिवासी संगठन के द्वारा सरना कोड को लेकर करम टोली चौक स्थित केंद्रीय धूमकुडिया करम टोली में महा बैठक एवं प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सालखन मुर्मू ने किया। उन्होंने कहा कि हर हाल में सरना कोड को 2021 के भीतर हासिल करना है और 2021 की जनगणना में झारखंड और भारत के आदिवासी को अपनी धार्मिक पहचान के साथ शामिल करना टेढ़ी खीर है कुछ नेता और संगठन झारखंड विधानसभा में पारित प्रस्ताव को ही मंजिल समझ बैठे हैं और खुशियां मना कर समस्त जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा को 23 मार्च 2018 को लिंगायत धर्म का प्रस्ताव भी पारित होकर दिल्ली में खारिज हो चुका है अभी दिल्ली दूर है और यह मंजिल केवल भारत के आदिवासी एकता और आंदोलन से ही संभव है। उन्होंने कहा कि यदि भारत सरकार 30 नवंबर तक सरना धर्म कोड मान्यता की घोषणा नहीं करती है तो 6 दिसंबर 2020 को राष्ट्रव्यापी रेल रोड चक्का जाम किया जाएगा।

केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी लंबे समय से अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आदिवासियों की संघर्ष का ही देन है कि झारखंड सरकार को विशेष सत्र बुलाकर सरना आदिवासी धर्म कोड विधानसभा से पारित कर केंद्र को भेजने को मजबूर हुआ। अब हमें चुप नहीं बैठना है 2 महीने में जनगणना शुरू होने वाली है और हर हाल में 2021 की जनगणना में सरना कोड भारत सरकार को लागू करवाना है। जिस तरह झारखंड सरकार विशेष सत्र बुलाकर सरना आदिवासी कोड लागू करने को मजबूर हुआ उसी प्रकार सरना धर्मकोड संसद का विशेष सत्र बुलाकर सरना कोड लागू करवाना होगा इसके लिए भारत के आदिवासियों को एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए आंदोलन करना होगा। इसको लेकर केंद्रीय सरना समिति अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद एवं आदिवासी सेंगेल अभियान 6 दिसंबर 2020 को रेल रोड चक्का जाम की घोषणा कर चुके हैं।

अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव सत्यनारायण लकड़ा ने कहा कि 2021 जनगणना का वर्ष है करो या मरो की तर्ज पर हमें संघर्ष करना होगा कुछ लोग झारखंड को ही दिल्ली मान बैठे हैं, उन्हें लग रहा है कि विधानसभा से पारित हो गया है तो सरना कोड मिल गया है उन्होंने कहा कि जनता किसी नेता के बहकावे में ना आए एवं धर्मकोड की लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहें एवं 6 दिसंबर 2020 को रेल रोड चक्का जाम को सफल बनाएं। कार्यकर्ताओं में सरना कोड की लड़ाई लड़ने के लिए नौजवानों को केंद्रीय सरमा समिति के सदस्यता ग्रहण कराया। जिसमें प्रमोद एक्का नामकुम, सीमा बांडो हटिया, राजू केरकेट्टा, अरविंद उरांव, सूरज तिग्गा, देव तिर्की हटिया, मनीषा पुनीत भूमि हटिया, प्रमोद देव तिर्की चुटिया, सोनि हेमरोम पहान टोली, निरंजन उरांव टेंडर आदि ने सदस्यता ग्रहण किया।

कार्यक्रम में विभिन्न जिला से सरना समाज के अगुआ गन आदिवासी सिंगल अभियान के राष्ट्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू पलामू से आज अदी कुडुक सरना समाज पलामू के अध्यक्ष मिथिलेश उरांव, सुनील उरांव, रीता लोहरा जिला सरना समिति के अध्यक्ष, जयपुर और हजारीबाग जिला समिति के अध्यक्ष महेंद्र बेग गोड्डा एवं मौके पर केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक ललित कच्छप, भुनेश्वर लोहरा, महासचिव संजय तिर्की, रांची जिला सरना समिति के अध्यक्ष अमर तिर्की, महिला शाखा अध्यक्ष नीरा टोप्पो, लिली तिर्की, इंद्रमणि तिग्गा, ज्योत्सना भगत, प्रशांत टोप्पो आदि उपस्थित थे।

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