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HAZARIBAG : हजारीबाग में एयरपोर्ट बनाने का सपना जल्द होगा साकार

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हजरीबाग सदर विधायक द्वारा मामले को सदन पटल पर उठाने के बाद राज्य सरकार हुई गंभीर, जल्द 310 एकड़ जमीन खोजने की कही बात
केन्द्र सरकार की उड़ान योजनान्तर्गत हजारीबाग एवं देवघर में हवाई अड्डे निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। परन्तु देवघर में हवाई अड्डे का निर्माण होकर हवाई सेवा शुरू हो गई लेकिन हजारीबाग में हवाई अड्डे निर्माण का मामला राज्य सरकार की उदासीनता के कारण अबतक लंबित है। हजारीबाग हवाई अड्डे निर्माण के लिए केन्द्र सरकार द्वारा कुल 36.720 करोड़ रूपये राशि स्वीकृति दी जा चुकी है तथा वर्ष 2024 तक उक्त हवाई अड्डे के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित होने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा उक्त हवाई अड्डे के लिए अबतक भूमि उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
हजारीबाग जिला वासियों के साथ-साथ धनबाद, चतरा, कोडरमा, रामगढ़ एवं गिरिडीह के लोगों को हवाई यात्रा की सुविधा मिल सकें इसके लिए हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को पुरजोर तरीके से इस मामले को सदन पटल पर उठाया। विधायक मनीष जायसवाल ने राज्य सरकार पर्यंत के प्रस्तावित हजारीबाग हवाई अड्डा के भूमि अधिग्रहण मामले में कुंडली मारकर बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि 6 साल से एयरपोर्ट बनाने की योजना हजारीबाग में लंबित है और इस और सरकार का ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट बनाने के लिए पैसा केंद्र सरकार देगी लेकिन राज्य सरकार अब तक जमीन नहीं खोज पाई है। विधायक मनीष जायसवाल ने इस मामले पर करीब 14 मिनट तक सदन में अपनी बात रखी और सरकार की ओर से जवाब दे रहे संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम के हर एक जवाब पर उन्होंने सिर्फ एक ही बात कही की हवाई चप्पल का सपना साकार करें लोग आपको दुआएं देंगे।
उन्होंने सरकार से स्पष्ट रूप में पूछा कि 310 एकड़ जमीन के लिए आप एक कमेटी बनाई जिसमें हम लोग को भी शामिल करें ताकि आने वाले 2 महीने में जमीन खोज कर निकाल सकें। इस मामले पर मंत्री आलमगीर आलम गोल मटोल जवाब देते नजर आए लेकिन विधायक मनीष जायसवाल ने उन्हें ऐसे घेरा कि इस मामले पर विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने हस्तक्षेप किया और हवाई अड्डा के लिए जमीन खोजने मैं विधायक मनीष जायसवाल को मदद करने का आग्रह किया।
विधायक मनीष जयसवाल के सवाल उठाए जाने के बाद जनमानस को यह पता चला कि हजारीबाग में पूर्व में प्रस्तावित नगवां हवाई अड्डा के भूमि को हवाई पट्टी बनाने के उपयोग कम होने के कारण इसे रद्द किया जा चुका है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि हजारीबाग वासी अब तक इस मामले को लेकर गुमराह होते रहे ।
इधर विधायक मनीष जायसवाल के द्वारा सदन पटल पर हजारीबाग हवाई अड्डे के लिए उठाए गए मामले के बाद हजारीबाग वासियों में एक आस जगी कि जल्द ही झारखंड सरकार हवाई अड्डे के लिए जमीन  खोज पाएगी और लोगों का यह सपना भी साकार होगा।

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