ब्रह्मोस के बाद भारत की नई स्टार मिसाइल, पाकिस्तान में मची खलबली
भारत की रक्षा क्षमताओं में एक और बड़ा कदम उठाते हुए, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेशी स्टार मिसाइल (Supersonic Tactical Advanced Rocket) के विकास को अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। यह मिसाइल ब्रह्मोस की जगह लेने की क्षमता रखती है और अपनी अत्याधुनिक तकनीक के कारण दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल की तबाही से अभी उबर न पाने वाला पाकिस्तान अब इस नई मिसाइल के कारण और भी तनाव में है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!स्टार मिसाइल की खासियतें
रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टार मिसाइल पूरी तरह स्वदेशी है और यह समुद्र या सतह से बेहद कम ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है। इसकी गति और सटीकता ब्रह्मोस के समकक्ष या उससे बेहतर बताई जा रही है। यह मिसाइल लंबे समय तक हाई-स्पीड पर उड़ सकती है और इसे किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मिसाइल न केवल लागत में किफायती होगी, बल्कि ब्रह्मोस की तुलना में हल्की और अधिक प्रभावी होगी।
पाकिस्तान की बढ़ती चिंता
पाकिस्तान, जो ऑपरेशन सिंदूर में भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों द्वारा 11 एयरबेस और आतंकी ठिकानों को तबाह किए जाने से पहले ही दबाव में है, अब स्टार मिसाइल की खबर से और बेचैन हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, इस मिसाइल की टेस्टिंग अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में की जा रही है, जिसे लेकर पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का असर
7-10 मई 2025 को हुए ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने 15 ब्रह्मोस मिसाइलों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इस कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान के सैन्य ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की सैन्य ताकत का डंका भी बजाया। अब स्टार मिसाइल की टेस्टिंग की खबर ने पाकिस्तान के रक्षा प्रतिष्ठान में हड़कंप मचा दिया है।
DRDO का लक्ष्य
DRDO का लक्ष्य स्टार मिसाइल को जल्द से जल्द भारतीय सेना के बेड़े में शामिल करना है। इसके सफल परीक्षण के बाद भारत न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा को और पुख्ता करेगा, बल्कि वैश्विक रक्षा क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करेगा। इस बीच, पाकिस्तान पर नजर रखने वाली भारतीय खुफिया एजेंसियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि किसी भी संभावित खतरे का तुरंत जवाब दिया जाए।





