झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रेरणादायक पहल: विदेशी निवेश और अधिवक्ताओं के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना से नई दिशा
रांची, 5 मई : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने दूरदर्शी नेतृत्व और जन-केंद्रित नीतियों के चलते एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में स्वीडन और स्पेन की उनकी विदेश यात्रा ने राज्य में निवेश की नई संभावनाओं को खोला है, वहीं अधिवक्ताओं के लिए शुरू की गई स्वास्थ्य बीमा योजना ने सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। ये दोनों पहल झारखंड को प्रगति और समावेशी विकास के पथ पर अग्रसर कर रही हैं।
स्वीडन और स्पेन दौरा: निवेश और वैश्विक पहचान की ओर कदम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 19 से 27 अप्रैल 2025 तक स्वीडन और स्पेन की यात्रा के दौरान झारखंड को वैश्विक निवेश के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके साथ 11 सदस्यीय उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल था, जिसमें उनकी पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव अलका तिवारी, उद्योग सचिव अरवा राजकमल, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
मुख्य उपलब्धियां:
वोल्वो के साथ चर्चा: स्वीडन के गोथेनबर्ग में सोरेन ने वोल्वो ट्रक सुविधा केंद्र का दौरा किया और ट्रक निर्माण इकाई स्थापित करने की संभावनाओं पर बातचीत की। यह कदम झारखंड में ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र में रोजगार सृजन और औद्योगिक विकास को बढ़ावा दे सकता है।
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सम्मेलन में निमंत्रण: सोरेन को गोथेनबर्ग में 19-22 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय इ-मोबिलिटी सम्मेलन (EVS-38) में आमंत्रित किया गया। यह सम्मेलन झारखंड को हरित ऊर्जा और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम में वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का अवसर प्रदान करेगा।
स्पेन में व्यापार और खेल सहयोग: बार्सिलोना में सोरेन ने प्रवासी भारतीय व्यवसायियों और विशेषज्ञों से मुलाकात की, जिन्हें झारखंड में निवेश के लिए आमंत्रित किया गया। RCD Espanyol फुटबॉल क्लब ने फुटबॉल कोच प्रशिक्षण के लिए MoU प्रस्ताव दिया, जो राज्य में खेल विकास को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, टेस्ला ग्रुप A.S. के CEO के साथ GIGA फैक्ट्री स्थापित करने पर चर्चा हुई, जो नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण पर केंद्रित होगी।
हरित ऊर्जा और खनन पर फोकस: प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन के मैड्रिड और बार्सिलोना में माइनिंग, क्लीन एनर्जी, और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं पर वैश्विक कंपनियों से बातचीत की। झारखंड की औद्योगिक और निवेश नीतियों का प्रजेंटेशन दिया गया, जिसने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया।
इस दौरे का उद्देश्य माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, ऑटोमोबाइल, और स्टार्टअप इकोसिस्टम में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करना था। सोरेन ने कहा, “झारखंड को ‘नया झारखंड, समृद्ध झारखंड’ बनाने के लिए हम वैश्विक साझेदारियों को मजबूत कर रहे हैं।”
अधिवक्ता स्वास्थ्य बीमा योजना: देश में पहली बार वकीलों के लिए अनूठी सौगात
3 मई को रांची के हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में हेमंत सोरेन ने ‘अधिवक्ता स्वास्थ्य सुरक्षा योजना’ का शुभारंभ किया, जिसके तहत झारखंड के अधिवक्ताओं और उनके परिवारों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। यह योजना देश में अपनी तरह की पहली पहल है,
योजना की खासियत:
कवरेज: अधिवक्ता और उनके परिवार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सूचीबद्ध अस्पतालों में करा सकेंगे। गंभीर बीमारियों के लिए यह राशि 10 लाख रुपये तक बढ़ाई जा सकती है, जिसमें अतिरिक्त खर्च कॉर्पस फंड से वहन किया जाएगा। लाभार्थी: योजना का लाभ झारखंड राज्य अधिवक्ता कल्याण निधि न्यासी समिति के सदस्यों को मिलेगा। यह अधिवक्ताओं के लिए सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक है। ऐतिहासिककदम: झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है, जहां अधिवक्ताओं के लिए ऐसी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की गई है। सोरेन ने इसे “न्याय व्यवस्था के रखवालों की सुरक्षा” का कदम बताया।
लॉन्च इवेंट में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने समन्वय और तैयारियों की समीक्षा की, जिससे कार्यक्रम का सफल आयोजन सुनिश्चित हुआ। सोरेन ने इस अवसर पर कहा, “अधिवक्ता समाज और न्याय व्यवस्था की रीढ़ हैं। उनकी सेहत और सम्मान की रक्षा हमारी जिम्मेदारी है।”
अन्य जन-केंद्रित पहल: मइयां सम्मान योजना: सोरेन ने 56.61 लाख महिलाओं के खातों में 1,415.44 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए, जिसमें प्रति माह 1,000 रुपये की सहायता को बढ़ाकर 2,500 रुपये किया गया। आंदोलनकारियों के लिए पेंशन: झारखंड आंदोलनकारियों के लिए 5.45 करोड़ रुपये की बकाया पेंशन राशि आवंटित की गई, जो जल्द उनके खातों में पहुंचेगी। रोजगार पर फोकस: 2025-26 के बजट को रोजगार सृजन पर केंद्रित करने की घोषणा के साथ ‘अबुआ बजट पोर्टल’ लॉन्च किया गया, जो जनता से सुझाव लेगा।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
2024 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम-नीत गठबंधन की 56 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत ने सोरेन की लोकप्रियता और नीतियों पर जनता के भरोसे को दर्शाया। उनकी सरकार ने झारखंड को लगातार दूसरी बार सत्ता में लाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया।
इन पहलों से झारखंड न केवल आर्थिक और औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर है, बल्कि सामाजिक कल्याण और समावेशी विकास के मामले में भी देश में एक मिसाल कायम कर रहा है।