भारी बारिश से झारखंड का हाल बेहाल: सरायकेला में कच्चा मकान ढहा 10 लोग दबे ,नदियां उफान पर, जनजीवन प्रभावित
भारी बारिश से झारखंड का हाल बेहाल: सरायकेला में कच्चा मकान ढहा 10 लोग दबे ,नदियां उफान पर, जनजीवन प्रभावित
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!झारखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे राज्य में हाहाकार मचा दिया है। मौसम विभाग की चेतावनियों के बीच, बारिश के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सरायकेला-खरसावां, कोडरमा, जमशेदपुर और अन्य जिलों में बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। सड़कों पर जलजमाव, मकानों के ढहने और यातायात व्यवस्था के चरमराने की खबरें सामने आ रही हैं। सरायकेला जिले में एक कच्चा मकान था गया जिसमें 10 लोग दब गए हालांकि उन्हें जल्दी से नजदीक अस्पताल पहुंचाया गया और इलाज शुरू किया गया।
सरायकेला में कच्चा मकान ढहा, 10 लोग मलबे में दबे
सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर थाना क्षेत्र के डांडू गांव में शुक्रवार शाम भारी बारिश के बीच एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। मिट्टी से बना एक कच्चा मकान अचानक भरभराकर ढह गया, जिसमें परिवार और मेहमानों सहित 10 लोग मलबे में दब गए। हादसे की आवाज सुनते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए औजारों और हाथों से मलबा हटाकर सभी को बाहर निकाला। बारिश और कीचड़ के कारण बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन ग्रामीणों की तत्परता से सभी घायलों को राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सात गंभीर रूप से घायल लोगों, जिनमें मां-बेटे भी शामिल हैं, को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल रेफर किया गया। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। बीडीओ मलय कुमार, झामुमो केंद्रीय सदस्य विशु हेंब्रम और स्थानीय मुखिया सानो टुडू ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
तिलैया डैम का जलस्तर खतरे के निशान पर, गेट खोले गए

कोडरमा में भारी बारिश के कारण तिलैया डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार रात 9 बजे डैम के गेट खोल दिए गए। डीवीसी प्रबंधन ने प्रति सेकंड 1000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने का लक्ष्य रखा है, जबकि पनबिजली उत्पादन केंद्र से 650 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। डैम के गेट खोले जाने को लेकर कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद और जामताड़ा जिला प्रशासन को अलर्ट जारी किया गया है। डैम के आसपास के गांवों में माइकिंग के जरिए लोगों को नदी किनारे न जाने की सलाह दी गई है। डीवीसी की टेक्निकल टीम, हेड इंचार्ज सैयद महताब कादरी की अगुवाई में प्रभावित गांवों का दौरा कर रही है। डैम में बोटिंग और लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना है, जिसके कारण जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया।
स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

पूर्वी सिंहभूम जिले में लगातार बारिश के कारण स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। स्वर्णरेखा नदी (मैंगो ब्रिज साइट) का जलस्तर 121.64 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 121.50 मीटर है। वहीं, खरकई नदी (आदित्यपुर ब्रिज साइट) का जलस्तर 130.15 मीटर है, जो खतरे के निशान 129 मीटर से अधिक है। जिला प्रशासन ने अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है और लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की है। तटीय और डूब क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है। जमशेदपुर में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव और यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी: और बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण झारखंड में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश जारी रह सकती है। रांची, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, दुमका, देवघर, जामताड़ा, बोकारो और धनबाद जैसे जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है। चतरा, पलामू और गढ़वा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां अत्यधिक बारिश की संभावना है। पिछले 24 घंटों में धनबाद में 47.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो राज्य में सबसे अधिक है।
प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य
राज्य प्रशासन और डीवीसी प्रबंधन बारिश और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। निचले इलाकों में जलजमाव और बाढ़ की आशंका को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने लोगों से घरों में रहने, बिजली के खंभों से दूर रहने और खराब मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
जाहिर है झारखंड में भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियों के उफान, मकानों के ढहने और जलजमाव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की जा रही है।





