Jharkhand News :- मंडी पर टैक्स के खिलाफ विरोध,थोक व्यापार बंद रहने से 15 करोड़ का नहीं हुआ कारोबार, खुदरा दुकानों में होगी स्टॉक की कमी
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Drishti Now Ranchi
मंडी पर दो प्रतिशत टैक्स लगाए जाने के विरोध में बुधवार को थोक, खुदरा व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। इसके चलते राशन से लेकर फलों तक का कारोबार प्रभावित हुआ है। परसुडीह बाजार समिति के सभी गोदाम और दुकानें बंद रहीं। आलू प्याज के थोक कारोबारी ने अपनी दुकानों को बंद रखकर विरोध जताया। दुकानों और गोदाम बंद रहने से शहर के लोगों को आटा, चावल और अन्य रोजमर्रा के सामान खरीदने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। कई जगहों पर बंद समर्थकों ने खुली दुकानों को बंद करा दिया।
व्यापार मंडल के महासचिव करण ओझा के मुताबिक, बुधवार की बंद से लगभग 15 करोड़ का काराबोर प्रभावित हुआ है। कारोबारियों ने बाजार समिति पर दो प्रतिशत टैक्स लगाने के सरकार के निर्णय को वापस लेने की मांग की है। खाद्यान्न के थोक व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से माल का उठाव और आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो गया है। हड़ताल जारी रही तो खुुदरा दुकानों में स्टॉक की कमी होने लगेगी। मंडी टैक्स के खिलाफ सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स के बैनर तले कारोबारियों के उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठे। इधर, साकची, बिष्टुपुर, गोलमुरी, जुगसलाई और अन्य बाजारों में खाद्यान्न की कई दुकानें नहीं खुली। कुछ इलाके में सुबह दुकानें खुली हुई थीं, जिसे बंद समर्थक कारोबारियों ने बंद करा दिया।
मंडी में छाया रहा सन्नाटा… आलू प्याज के ट्रकों के माल भी नहीं उतरे
परसुडीह बाजार समिति की 317 दुकान और गोदाम नहीं खुले। सुबह में फलों के गोदाम संचालकों ने माल उतरवाया फिर बंद कर दिया। बंद होने के चलते ट्रकों के माल उतर नहीं पाया। आलू और प्याज के गोदाम भी नहीं खुले। ट्रकों पर आलू और प्याज लदे हुए थे, उसको उतारा नहीं गया।
विरोध… सरकार के मंडी टैक्स वापस लेने तक हड़ताल जारी
हड़ताल के दौरान मंडी में खाद्यान्न नहीं उतरेगा और न ही कहीं आपूर्ति ही होगी। थोक व्यापारियों ने घोषणा की है कि जबतक सरकार मंडी टैक्स को वापस नहीं लेती है तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इससे खाद्यान्न की कमी होने की आशंका है क्योंकि दुकानों में रखे स्टॉक ही लोगों को मिल पाएगा।
साकची बाजार के सभी गोदाम व दुकानें बंद रहे
मंडी से लेकर छोटे बाजारों की दुकानें बंद रही। खाद्यान्न, फलों और आलू प्याज की दुकानें भी नहीं खुली है। व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ एकजुटता का परिचय दिया है। इसके चलते लगभग 20 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। थोक व्यापारियों की हड़ताल तब तक जारी रहेगा जबतक सरकार मंडी टैक्स को वापस नहीं लेती है। -करण ओझा, महासचिव, व्यापार मंडल।
2 प्रतिशत मंडी शुल्क के विरोध में खाद्यान्न व्यापार बंद सफल रहा। कोल्हान के सभी थोक और खुदरा व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद रखा। व्यापारियों ने चट्टानी एकता का परिचय दिया है। थोक विक्रेताओं का अनिश्चितकालीन बंद भी शुरू हो गया है। यह लड़ाई शुल्क वापसी लेने तक जारी रहेगी। -अनिल मोदी, सचिव, सिंहभूम चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री।
किस व्यापार पर कितना पड़ा असर
मंडी में खाद्यान्न 04 करोड़ खुदरा व्यापार 05 करोड़ आलू प्याज 02 करोड़ तेल, रिफाइन 01 करोड़ फल 01 करोड़ अन्य व्यापार 02 करोड़