राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर सिमडेगा में संगोष्ठी: भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता पर चर्चा
शंभू कुमार सिंह
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सिमडेगा : राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला जन संपर्क विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता के संरक्षण पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपायुक्त कंचन सिंह, पुलिस अधीक्षक एम अर्शी, डीडीसी दीपांकर चौधरी, एसडीओ प्रकाश चंद्र ज्ञानी और खेल पदाधिकारी मनोज कुमार उपस्थित रहे।
संगोष्ठी की शुरुआत उपायुक्त, अन्य पदाधिकारियों और मीडिया कर्मियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद प्रशासन और मीडिया कर्मियों के बीच पारस्परिक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिला जन संपर्क कार्यालय ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा गया कि भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में मीडिया विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका पर निगरानी रखता है तथा समाज की अंतिम पंक्ति तक फीडबैक पहुंचाता है। वर्तमान डिजिटल युग में टीवी, रेडियो, समाचार पत्र और सोशल मीडिया आम जनता के विचारों व निर्णयों को प्रभावित कर रहे हैं। मीडिया राष्ट्र का आंख, कान और मुंह है, जो सकारात्मक भूमिका निभाकर राष्ट्र निर्माण में निर्णायक योगदान दे सकता है। पत्रकारिता का उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि जनचेतना जगाना है।
मीडिया कर्मियों की ओर से वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिन्हा ने भ्रामक सूचनाओं के खिलाफ तथ्य-जांच पर जोर दिया। नरेंद्र अग्रवाल ने मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की वकालत की। सुहैब शाहिद ने भ्रामक सूचनाओं के खंडन की आवश्यकता बताई। दीपक रिंकू ने सरकार, प्रशासन और मीडिया के लिए संयुक्त नियमन का सुझाव दिया। आशीष शास्त्री ने विकास के सटीक आंकड़े साझा करने पर बल दिया।
उपायुक्त कंचन सिंह ने मीडिया को प्रशासन और जनता के बीच सेतु बताया तथा पारंपरिक मीडिया की विश्वसनीयता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने आपसी तालमेल और सहयोग की अपील की। एसपी एम अर्शी ने सिमडेगा मीडिया की निष्पक्षता, दोनों पक्षों को देखने और ग्रामीण मुद्दों को उजागर करने की सराहना की। डीडीसी दीपांकर चौधरी ने मीडिया के राष्ट्र निर्माण में योगदान की प्रशंसा की।
धन्यवाद ज्ञापन जिला जन संपर्क पदाधिकारी पलटू महतो ने किया। संगोष्ठी में मीडिया की जिम्मेदारी और समाज के प्रति उसकी भूमिका पर गहन विचार-विमर्श हुआ।


