रेफरल अस्पताल के चिकित्सक की लापरवाही से नवजात की मौत.
गिरीडीह, दिनेश.
गिरीडीह : डुमरी रेफरल अस्पताल में एक नवजात शिशु की मौत चिकित्सक की लापरवाही से होने की बात प्रकाश में आया है। जिसे देखते हुए मृत नवजात के परिजन सहित लक्ष्मण टुंडा पंचायत की पंचायत समिति सदस्या सुनीता देवी एवं भाजपा जिला युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष सुरेंद्र साहू डुमरी रेफरल अस्पताल के गेट में ही मृत बच्चे को लेकर धरना में बैठ गए है, तथा लापरवाह चिकित्सक पर कानूनी एवं डुमरी रेफरल अस्पताल के चिकित्सीय व्यवस्था कि सुधार को लेकर मांग कर रहे हैं ताकि किसी अन्य माँ की गोद चिकित्सक के लापरवाही से उजड़ न जाय। बताया जाता है कि लक्ष्मण टुंडा निवासी मंटू साव की पत्नी देवंती देवी गर्भवती थी और मंगलवार 10:00 बजे डुमरी रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया था ।
देवंती देवी 2:00 बजे रात बच्चे को जन्म देती है परंतु एन एन द्वारा नवजात बच्चे की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बच्चे में दिक्कत है इस बात को लेकर रात में ड्यूटी कर रहे हैं डुमरी रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डॉ जितेंद्र ने बच्चे को बिना देखे धनबाद पीएमसीएच रेफर कर दिया। वही परिजनों द्वारा बताया जा रहा है कि बच्चे की हालात पूर्व में ही बिगड़ चुका थी परंतु डॉक्टर ने अस्पताल में आकर कोई इलाज नहीं किया और अपने डेरे से ही पीएमसीएच धनबाद के लिए रेफर कर दिया।
परिजनों की असंतुष्ट होने पर एंबुलेंस को जीटी रोड स्थित साहू बहियार अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा दिखाया गया तो वहां के चिकित्सक ने नवजात को मृत घोषित करते हुए कहा कि नवजात की मौत कई घंटा पहले ही हो चुकी है। चिकित्सक द्वारा मौत की पुष्टि पर परिजनों की सहित दंपति की हालात रो रो कर बुरा हाल हो गया जिसे देखते हुए लक्ष्मण टुंडा पंचायत समिति सदस्या सुनीता देवी मृत नवजात के परिजन के साथ साथ भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र साहू मृत नवजात के साथ डुमरी रेफरल अस्पताल के दरवाजे में ही त्रिपाल बिछाकर धरने में बैठ गए तथा मांग कर रहे हैं कि लापरवाह चिकित्सक डॉक्टर जितेंद्र पर कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि कोई अन्य मां का गोद चिकित्सक की लापरवाही से ना उजड़े।
वहीं डॉ जितेंद्र ने बताया कि हमने इलाज किया है परंतु हमारा तबीयत खराब था इसलिए हम मौके पर नहीं पहुंच पाए हमारे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। अब देखना होगा कि धरना का परिणाम क्या होगा क्या जिला के स्वस्थ महकमा अथवा जिला प्रशासन डॉ जितेंद्र पर कानूनी कार्रवाई करेंगे अथवा पतली रास्ते से निकल जाएंगे।