palamu

Palamu News :- पलामू में 1 हजार से अधिक पुलिस बल तैनात ,इंटरनेट की सुविधा शाम तक की जा सकती है शुरू

Palamu News

Drishti  Now  Ranchi

पलामू के पांकी बाजार में बुधवार को हुई हिंसा के बाद अब माहौल शांत है। प्रशासन ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर रखी है। इंटरनेट सेवा भी आज शाम तक के लिए बंद कर दिया गया है। अगर हालात ठीक रहे तो आज शाम से इंटरनेट सेवा चालू कर दी जायेगी। पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया है। अब भी बंद है पांकी बाजार, पूरे इलाका छावनी में बदला अब भी पांकी बाजार पूरी तरह बंद है। स्थानीय लोग अब भी घर में दुबके हुए हैं। इस पूरे मामले में लोगों पर आज कार्रवाई हो सकती है साथ ही प्रशासन इस पूरे मामले को सुलझाने की कोशिश करेगा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल के साथ आइजी से लेकर एसपी कैंप कर रहे हैं।

मंगलवार को ही विशेष समुदाय के लोगों ने जताई थी आपत्ति
इस हिंसा की आशंका मंगलवार से ही थी। पांकी के राहेवीर पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती है। मंगलवार शाम मस्जिद चौक पर तोरणद्वार बनाने के लिए बांस-बल्ली और कपड़ा लेकर मजदूर पहुंचे। एक समुदाय के लोगों ने उन्‍हें रोक कर कहा कि यहां हमारा धार्मिक स्थल है इसलिए तोरणद्वार यहां नहीं बनना चाहिए। मजदूर वापस लौट गये।

बुधवार सुबह शुरू हो गयी हिंसा
बुधवार की सुबह फिर तोरणद्वार का काम शुरू करने की कोशिश की गयी। बात इतनी बड़ी की सुबह के 8.30 बजे पूरा इलाका जंग का मैदान बन गया। मारपीट और हाथापाई के बाद मस्जिद से पत्थरबाजी भी शुरू हुई। दूसरी तरफ उपद्रवियों ने 4 घर, 3 गुमटीनुमा दुकान और 1 कार में आग लगा दी। 4 गाड़ियों में तोड़फोड़ की। झड़प में लेस्लीगंज एसडीपीओ आलोक कुमार टूटी और पांकी इंस्पेक्टर अरुण महथा समेत 8 लोगों को चोट आयी।

महाशिवरात्रि को लेकर तैयारी अब भी जारी
प्रशासन ने हालात पर समय रहते काबू पा लिया। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गयी। स्थिति अभी सामान्य है। रात भर पूरे इलाके में पुलिस गश्ती करती रही। आज दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को सुलझाने की कोशिश की जा सकती है। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि है। प्रशासन यह भी कोशिश कर रहा है कि दोनों पक्षों में बातचीत में मामला सुलझ जाये ताकि इस त्योहार पर किसी तरह की हिंसा या इलाके का माहौल खराब ना हो। दूसरी तरफ समिति महाशिवरात्रि को लेकर तैयारी अब भी कर रही है। समिति को लोग अब भी तोरणद्वार की लगाने की मांग पर अड़े हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share via