07 फरवरी को जनआक्रोश रैली एव जनसभा.
राँची : झारखंड प्रदेश के आदिवासी मूलवासी मुख्यमंत्री पर हुए हमले के ख़िलाफ़ एव किसान आंदोलन के समर्थन में हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई- आदिवासी एवं सर्वधर्म समाज के सभी प्रतिनिधियों द्वारा सरना भवन सभागार, नगरा टोली, रांची में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस आयोजित सभा में मुख्य रूप से वर्तमान झारखंड राज्य सरकार आदिवासी मूलवासी मुख्यमंत्री पर विगत दिनों हुए हमले के विरोध एव किसान आंदोलन के समर्थन में 7 फरवरी 2021 को लोवाडीह हाईटेंशन मैदान, रांची में होने वाली विशाल जन आक्रोश महारैली में लाखों की संख्या में जन समूह का महा जुटान होगा, जिसकी तैयारी पूरी हो रही है।
वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश एवं राज्य में एक ख़ास विनाशकारी विचारधारा की शक्तियां और ताकतें काम कर रही है, जिससे यहां के आदिवासी मूलवासी समाज दलित पिछड़े अति पिछड़े अल्पसंख्यक किसान मजदूर समुदायों को खत्म करने में लगी हुई है जो लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है। ऐसे देश विरोधी राज विरोधी समाज विरोधी नीतियों को खत्म करने को लेकर पूरे झारखंड राज्यवासी आक्रोशित है और ऐसी मंशा रखने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने को लेकर यह पहल की गई है।
इस बैठक में सभी प्रतिनिधियों ने इस आंदोलन का समर्थन करते हुए व्यापक पैमाने पर रणनीतियां तैयार की गई और पूरे झारखंड वासियों से अपील की है कि इस जन आंदोलन में अपने राज्य और अस्मिता की रक्षा के लिए विशाल एवं भारी संख्या में जन समूह का जुटान होगा। जिसके समर्थन में आदिवासी बुद्धिजीवी मंच के पीसी मुर्मू,झारखंड सिंख फेडरेशन ज्योति सिंह मथारू, अंजुमन इस्लामिया रांची मोख्तार अहमद एव सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान, भीम आर्मी के संदीप कुमार बुद्धेश्वर उरांव, आदिवासी बुद्धिजीवी एल.एम उरांव, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद निरंजना हेरेंज टोप्पो एवं चंदन हल्धर पाहन,आदिवासी मूलवासी जन अधिकार मंच राजू महतो, छात्र संघ, छात्र मोर्चा, अजय टोप्पो,सरना समिति छोटू उरांव, सहित विभिन्न गांव टोला समिति संगठन प्रखंड पंचायत इत्यादि उपस्थित थे।