RAMGADH: प्यार में रोड़ा बन रहा था पति, पत्नी ने शादी के दो महीने बाद मरवाया हांथो की मेहँदी का रंग भी भी नहीं उतरा था लेकिन वो प्यार में इतनी अंधी हो चुकी थी की हद पार कर ली
RAMGADH
शादी के दो महीने क्या होते होते है हनीमून प्यार और मोहब्बत कहे तो लड़की की मेहँदी का रंग भी पूरी तरह साफ़ नहीं होता है। लेकिन झारखण्ड के रामगढ़ जिले में एक ऐसी हैरान कर देने वाली वारदात सामने आयी है जिसमे शादी के दो महीने के अंदर झारखण्ड पुलिस के एक जवान की मौत हो जाती है और पुरे पुलिस महकमे में खलबली मच जाती है की आखिर शादी के दो महीने के अंदर झारखण्ड पुलिस के जवान को गोली मार कर मौत की नींद किसने सुला दी।
पुलिस खोजबीन में जुट जाती है और जो पता चलता है उसने पुलिस महकमे के साथ साथ पुरे परिवार की नींद उदा दी। दरअसल जवान की मौत के बाद उसकी पत्नी को लोग कुछ वक्त पहले धाडस बंधा रहे थे परिवार वाले सान्तवना दे रहे थे की अभी शादी के दो ही महीने हुए है आगे का जीवन कैसे काटना है वो महिला अपने पति की मौत की मास्टरमाइंड निकली।
कहानी कुछ इस प्रकार है रामगढ़ जिला के भुरकुंडा सियाल के 10 नंबर माइंस में एक दिन पहले कुछ अपराधियों ने गोली मारकर पंकज दास की हत्या कर दी थी। पंकज झारखण्ड पुलिस का जवान था। और उसकी शादी 2 माह पूर्व हुई थी l जब रामगढ़ पुलिस ने तत्परता के साथ इस मामले का खुलासा किया तो इस हत्या में जवान के पत्नी की ही संलिप्ता निकली। जिसके बाद उसे और उसके सहयोगियों को पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है l बताया जाता है की यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग का है।
पंकज कुमार दास की हत्या मे शुरूआती जांच मे प्रेम-प्रसंग का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि हत्या के पीछे किसी और का नहीं बल्कि पत्नी नैना देवी का हाथ है।
बताया जा रहा है कि नैना का पिछले कई साल से सयाल सौंदा क्षेत्र के ही एक पासवान समाज के लड़के से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसी बीच नैना की पंकज से शादी हो गई। शादी होने के बाद नैना और उसके प्रेमी के बीच पंकज रास्ते का रोड़ा बन रहा था। नैना को उसके प्रेमी से मिलने मे काफी परेशानी हो रही थी। यह सब देखते हुए नैना और उसके प्रेमी ने पंकज की हत्या का प्लान बनाया। प्लान के तहत जब उरीमारी ओपी से वापस लौट रहा था। उसी बीच सयाल दस नंबर खदान के पास सुनसान जगह पर पंकज की गोली मारकर हत्या कर दी।
दो महीने पहले हुई थी शादी
पुलिस कांस्टेबल पद पर तैनात महेश राम के पुत्र पंकज दास की 3 मई को शादी हुई थी। जबकि एक दिन पहले पंकज के बड़े भाई की शादी लादी गांव में हुई थी।
बताया जाता है कि पंकज की शादी के बाद से ही उसके घर मे पंकज और नैना के बीच हमेशा लड़ाई और विवाद होथा था। यह लड़ाई नैना और उसके प्रेमी को लेकर होता था।