Hatiya Water

Ranchi News:- हटिया डैम का पानी दुषित पेयजल विभाग की रिपोर्ट सीधा डैम का पानी पीना हानिकारक

Ranchi News

Prerna  Chourasia

Drishti  Now , Ranchi

रांची के एक लाख से ज्यादा लोगों की प्यास बुझाने वाले हटिया डैम का पानी गंदा हो गया है। इसके सीधे इस्तेमाल से पेट की बीमारियां और यूरीन इंफेक्शन का खतरा है। यह खुलासा हिनू स्थित पेयजल विभाग की स्टेट लेवल वाटर टेस्टिंग लेबोरेट्री की रिपोर्ट से हुआ है। जनवरी की शुरुआत में डैम के बड़े हिस्से में पानी का रंग हरा हो गया था। तेल के कण भी तैर रहे थे। पर्यावरणविदों ने इसे स्वास्थ्य के लिए खतरा बताया तो भास्कर ने पेयजल विभाग की लेबोरेट्री में इसके पानी की जांच कराई, जिसकी रिपोर्ट अब आई है। इधर, विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद ने बताया कि ट्रीटमेंट में पानी पूरी तरह शुद्ध कर सप्लाई किया जाता है।गंदगी 7.2 एनटीयू, जबकि अधिकतम पांच होनी चाहिए

जांच में पता चला कि डैम के पानी की गंदगी तय मानक से काफी ज्यादा है। पानी में गंदगी 7.2 एनटीयू मिली, जो तय मानक के अनुसार 1 से 5 तक होनी चाहिए। एनटीयू मतबल नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट, जो पानी में मैलापन और निलंबित कणों की उपस्थिति मापने के लिए किया जाता है।

ईकोलाई और कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया से पेटदर्द, डायरिया और उल्टी संभव

डैम के पानी में कॉलीफार्म बैक्टीरिया 19 और ई-कोलाई या थर्मोटोलेरेंट कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया 7 पाया गया। इन बैक्टीरिया के कारण डायरिया, पेट में दर्द, मरोड़ और उल्टी हो सकती है।

पर्यावरणविद बोले- ये बैक्टीरिया सीवरेज का पानी गिरने के भी सबूत

पर्यावरणविद नीतीश प्रियदर्शी ने बताया कि डैम के पानी में ईकोलाई और कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया मिलना यह बताता है कि सीवरेज का पानी भी डैम में जा रहा है। इससे डैम के पानी का सीधा इस्तेमाल काफी खतरनाक है।

डॉक्टर बोले- ईकोलाई बैक्टीरिया खून में जाना ज्यादा हानिकारक

अगर ये ईकोलाई और कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया खून में चला गया तो ज्यादा हानिकारक है। बचने का एकमात्र उपाय है कि ट्रीटमेंट वाटर पीएं। अत्यधिक उबला पानी सॉफ्ट हो जाता है, जिसे पीना हार्ट के लिए ठीक नहीं है। -डॉ. संजय सिंह, प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, रिम्स

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share via