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Ranchi News :-राज्यपाल ने कहा सरकार जनहित में फैसला लेने और नियम लागु करने से पीछे नहीं हटेगी

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प्रेरणा चौरसिया

Drishti  Now  Ranchi

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि नीति निर्माण से लेकर निर्णय लेने तक और निर्णयों के क्रियान्वयन से लेकर सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग तक हर क्षेत्र में जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। कहा कि सरकार ने जनता से जो कहा, वह किया है। सरकार जनहित में निर्णय लेने और उसे लागू करने में पीछे नहीं हटेगी। सरकार बिना एक क्षण गंवाये प्रदेश की उन्नति और विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन सोमवार काे सदन में सरकार की उपलब्धियां गिनवाईं। अभिभाषण की शुरुआत करते हुए कहा, लोकतंत्र की सार्थकता जनता का, जनता के लिए और जनता के द्वारा शासन में निहित है। सरकार ने इसे सही मायने में चरितार्थ करके दिखाया है।

राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि नीति निर्माण से लेकर निर्णय लेने तक और निर्णयों के क्रियान्वयन से लेकर सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग तक हर क्षेत्र में जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। हमारी सरकार जन सेवा की सरकार है। गरीबों, वंचितों, शोषितों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़े, अल्पसंख्यकों, बुजुर्गों, युवाओं, महिलाओं, मजदूरों और किसानों को उनका हक और अधिकार मिले, उनका सर्वांगीण विकास हो, यह राज्य सरकार की प्राथमिकता रही है।

कोरोना काल में नियंत्रण के सभी संभव उपाय किए गए

राज्यपाल ने कहा कि झारखंड की अस्मिता संस्कृति, भाषा और सभ्यता को बढ़ावा देते हुए विकास के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। जनहित को सर्वोपरि मानने वाली संवेदनशील और जनसेवा की भावना से ओत-प्रोत राज्य सरकार के दूरदर्शी एवं सशक्त निर्णयों के कारण कोरोना की तीसरी लहर, कहर नहीं बन पाई।

सरकार ने जहां एक और कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के सभी संभव उपाय किये, वहीं अर्थव्यवस्था को भी पटरी से उतरने नहीं दिया। सरकार ने जितना काम कोविड रोकथाम, कोविड अनुकूल व्यवहार और अस्पताल प्रबंधन के लिए किया, उतना ही काम गरीबों की रोजी-रोटी, बच्चों की शिक्षा, युवाओं के रोजगार, विकास के काम और जन-कल्याण की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए भी किया।

जी-20 समिट से झारखंड की अंतरराष्ट्रीय पहचान बनेगी

राज्यपाल ने कहा, 02-03 मार्च को जी-20 देशों के प्रतिनिधियों का राज्य की राजधानी रांची एवं पतरातू में कार्यक्रम निर्धारित है। इसमें सदस्य देशों के 80 अंतरराष्ट्रीय एवं भारतीय प्रतिनिधियों के अलावा 40 अन्य प्रतिनिधि भाग लेंगे। क्लीन एंड ग्रीन एनर्जी विषय पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर व्यापक चर्चा होगी। इससे झारखंड की न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी।

24 को सरहुल, इसलिए 23 मार्च को हो सकता है बजट सत्र का समापन

संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने सत्र के पहले दिन कृत कार्रवाई प्रतिवेदन (एटीआर) सदन के पटल पर रखा। यह एटीआर पंचम विधानसभा के दशम (शीतकालीन) सत्र में सरकार द्वारा सदन में दिये गए आश्वासनों के अनुपालन से संबंधित है। सरकार द्वारा सदन में दिये गए नौ आश्वासनों पर कार्रवाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई है। इधर, सोमवार काे ही स्पीकर की अध्यक्षता में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में गहन मंथन किया गया कि पूर्व से प्रस्तावित बजट सत्र काे 24 मार्च के बदले 23 मार्च काे ही समाप्त कर दिया जाए। 24 मार्च काे जाे विधेयक और गैरसरकारी संकल्प हैं, उन्हें 23 मार्च काे ही देर शाम तक पूरा कर लिया जाए। 24 मार्च काे सरहुल पर्व काे लेकर यह विचार किया गया है। हालांकि अंतिम निर्णय कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में ही लिया जाएगा।

राष्ट्रगान के समय बैठे रहे कई अफसर

बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा में राज्यपाल अभिभाषण देने के लिए सदन में पहुंचे। उनके आने के बाद राष्ट्रगान के समय पूरा हाउस सम्मान में खड़ा हो गया। लेकिन अधिकारी दीर्घा में कई अधिकारी बैठे रहे। राष्ट्र गान खत्म होने के बाद भाजपा के सचेतक बीरंची नारायण ने विरोध करते हुए स्पीकर का ध्यान आकृष्ट किया, बताया कि राष्ट्रगान के दौरान कई अधिकारी सीट पर बैठे रहे, जबकि उन्हें राष्ट्रगान के समय खड़ा होना चाहिए।

सभी के सहयोग से सफल होगा बजट सत्र : स्पीकर
स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा, राज्य की 3.5 करोड़ जनता की आशाएं और उम्मीदें इस बजट सत्र से जुड़ी हैं। मुझे उम्मीद है कि समावेशी विकास की जो यात्रा इस सरकार ने शुरू की है, उसको और गति मिलेगी। उन्हें पूरा विश्वास है, यह बजट सत्र पूरी तरह से सफल होगा।

दिवंगत लोगों को सदन में दी गई श्रद्धांजलि…

सदन का सत्र नहीं चलने के दौरान कई प्रमुख लोगों का निधन हो गया था। उन सभी दिवंगतों को सदन में शोक प्रकाश के दौरान श्रद्धांजलि दी गई। दिवंगत होने वालों में कई राजनेता, खिलाड़ी, समाजसेवी और आम नागरिक शामिल थे। जिन्हें श्रद्धांजलि दी गई, उनमें शरद यादव, हेमेंद्र प्रताप देहाती, सिल्विया बागे, पं. केसरीनाथ त्रिपाठी, प्रो. सिद्धेश्वर प्रसाद, डॉ. रामकृपाल सिन्हा, लोकनाथ प्रसाद, फुटबॉलर पेले, पोप बेनेडिक्ट, फोटोग्राफर कंवल भाटिया के नाम शामिल हैं। इसके अलावा जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में खाई में गिरने से शहीद तीन जवानों, नेपाल के यात्री विमान दुर्घटना में 72 यात्रियों की मौत, धनबाद अग्निकांड में सात लोगों की मौत पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

सभापतियों का मनोनयन, सीपी सिंह ने किया ऐतराज

स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने सभापतियों का मनोनयन किया। इममें प्रो. स्टीफन मरांडी, रामचंद्र चंद्रवंशी, सीता सोरेन, रामचंद्र सिंह और निरल पूर्ति के नाम शामिल हैं। कार्य मंत्रणा समिति में स्पीकर के अलावा सीएम हेमंत सोरेन, आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, सीपी सिंह, सुदेश महतो और सरयू राय शामिल किए गए हैं।

सभापतियों के मनोनयन और कार्य मंत्रणा समिति के गठन के बाद इस पर सीपी सिंह ने ऐतराज जताया। उन्होंने कहा, सभापतियों का मनोनयन तो होता है, लेकिन उन्हें आसन पर बैठने का अवसर नहीं मिलता है। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में क्या कार्रवाई हुई है, इसका लिखित मांगने पर भी नहीं मिलता है। ऐसे में समिति की बैठक में जाने से क्या फायदा है। इस पर स्पीकर ने कहा कि सीता सोरेन और स्टीफन मरांडी आसन पर बैठ चुके हैं। इसलिए सीपी सिंह का आरोप सही नहीं है।​​​​​​​

 

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