गर्भ में पल रहे बच्चे को पिता का नाम देने के लिए सुनैना ने लगाई न्याय की गुहार
सिमडेगा : टुकुपानी डिप्पा टोली की रहने वाली सुनैना ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को उसके पिता का नाम दिलाने के लिए सिमडेगा महिला थाना में न्याय की गुहार लगाई है। सुनैना ने 27 जून को महिला थाना में आवेदन देकर अपनी आपबीती सुनाई और अपने प्रेमी विवेक कुमार उर्फ विकी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सुनैना ने बताया कि 2013 में एक फुटबॉल मैच के दौरान उनकी मुलाकात विवेक से हुई थी, जो धीरे-धीरे दोस्ती और फिर प्रेम में बदल गई। पिछले कुछ वर्षों से सुनैना दिल्ली में रहकर काम कर रही थीं और आर्थिक रूप से अपने परिवार का सहारा बनी थीं। इस दौरान विवेक के बुलावे पर वह रांची में उसके पास जाती थीं। दोनों ने दिल्ली, उत्तराखंड, और उत्तर प्रदेश के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों की सैर की और साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। हर साल 15 अगस्त को वे रांची में विशेष रूप से मिलते थे।
हालांकि, पिछले माह सुनैना को पता चला कि विवेक की शादी कहीं और तय हो गई है। शादी का विरोध करने पर सुनैना ने विवेक से शादी की बात कही, लेकिन विवेक और उसके परिवार ने इसे ठुकरा दिया। सुनैना ने बताया कि गांव में इस मुद्दे पर एक बैठक भी हुई, जिसमें विवेक के पिता ने सुनैना को अपने समाज में कहीं और शादी करने का प्रस्ताव दिया और खर्च उठाने की बात कही। लेकिन सुनैना अपनी मांग पर अड़ी रहीं। जब कोई समाधान नहीं निकला, तो उन्होंने महिला थाना का रुख किया।
महिला थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 1 जुलाई को दोनों पक्षों को काउंसलिंग के लिए बुलाया। पुलिस इंस्पेक्टर ने आश्वासन दिया कि सुनैना को हर हाल में न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा, “यदि आवश्यक हुआ तो डीएनए जांच भी कराई जाएगी।” हालांकि, विवेक और उसके परिवार ने टालमटोल का रवैया अपनाते हुए अगली तारीख मांग ली।
सुनैना का कहना है कि वह अपने बच्चे के लिए उसके पिता का नाम और सम्मान चाहती हैं। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई और आगे की सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।





