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उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान आत्मा के द्वारा किये गए कृषि कार्य की प्रशंसा की.

सिमडेगा : उपायुक्त सिमडेगा श्री सुशांत गौरव ने विशेष केन्द्रीय सहायता योजना के अन्तर्गत सौर ऊर्जा चालित लिफ्ट एरिगेशन का निरीक्षण किया। जिले के किसानों को कृषि के क्षेत्र में बेहतर सिचांई सुविधा के साथ-साथ उन्नत कृषि के दिशा में जिला प्रशासन के द्वारा एक ओर बेहतर एवं सराहनीय कार्यों की शुरूआत कर किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में कार्य किया है।

आत्मा सिमडेगा के द्वारा सिमडेगा प्रखण्ड अन्तर्गत कोचेडेगा पंचायत के बांसपहार गांव में सोरऊर्जा से चालित लिफ्ट एरिगेशन के माध्यम से सिंचाई सुविधा बहाल कराते हुए 5 एचपी क्षमता वाले सोलर पंम्पीग सिस्टम मशीन के द्वारा 25-30 एकड़ क्षेत्रफल में वृहद पैमाने पर फूलगोभी, बन्धगोभी, मुली, मटर, टमाटर, मिर्च, सेम, करैला के अलावे अन्य सब्जी की खेती की गई है। 40 से 50 एकड़ में सिंचाई की जा सकती है। उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित किसानों से उक्त स्थल पर बैठक कर कृषि एवं ऊर्जा चालित लिफ्ट एरिगेशन की सुविधा के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होने कहा कि सिमडेगा जिला कृषि प्रधान जिला है, रासायनिक उर्रवक का खेतों में उपयोग न करें, मिट्टी की गुणवता को बनाये रखें, ताकि आने वाली पीढी़ भी उन्नत कृषि को बढ़ावा दे सके।

प्राकृतिक संसाधनों को बिना विलुप्त किये जैविक विधि से कृषि कार्य को करें। सरकार एवं जिला प्रशासन के माध्यम से बेहतर सिंचाई सुविधा के साथ-साथ कृषि के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं एवं कृषि ऋण का लाभ दिलाने की दिशा में हर संभव प्रयासरत है। कृषि कार्य में महिला किसानों की उत्साह एवं महिला किसान के द्वारा की गई सब्जी की बेहतर ऊपज व महिला सशक्तीकरण को देख उपायुक्त ने प्रसन्नता जाहीर की।

उन्होने कहा कि महिलाओं की भागीदारी होने से समाज में कम समय में ज्यादा बदलाव आता है। सब्जी की खेती के साथ-साथ सुअर पालन, बत्तख पालन, मत्स्य पालन भी करें। समूह के माध्यम से सूची उपलब्ध करायें। दलहन, तेलहन फसलों की भी खेती करें। एक उपज के पश्चात् दूसरी, तीसरी उपज की भी खेती करें। परियोजना निदेशक आत्मा श्री कृष्ण बिहारी को किसानों को कृषि अभिसरण कार्यों का प्रशिक्षण कराने को कहा। किसान समिति एवं कृषि समूह कृषि के क्षेत्र में दिये जा रहे उपकरणों की देख-रेख करें। किसानों की सुविधा एवं विकास हेतु योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है। उन्होने कहा कि गांव में समूह बनाकर नदी में जाली लगाकर मछली पालन करें। जिला मत्स्य विभाग के द्वारा आवश्यक सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होने कहा कि इस योजना को बेहतर करें, ओर सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।

उन्होने जल संरक्षण के लिए मनरेगा के माध्यम से योजना स्वीकृत करने की बात कही। बिरसा बागवानी योजना के माध्यम से खेतों के किनारेे वृक्षा रोपरण कराने का निर्देश दिया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्पादित सब्जी के बिक्रय हेतु कोचेडेगा में माकेटिंग सेड का निर्माण कराने की बात कही। किसानों को वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया।

प्रमुख, मुखिया एवं किसानों ने बताया कि पूर्व में भी नदी के किनारे खेती मशीन के माध्यम से की जा रही थी, परन्तु डीजल खप्त एवं महंगाई के कारण काफी परेशानी भी हो रही थी। सौर ऊर्जा रहित सोलर पंप लगने से किसानों की जिन्दगी में बदलाव आई है। किसानों ने बताया कि कोरोना के कारण किसानों के फसल का उत्पादन का सही मूल्य नहीं मिल पाया। इस प्रकार की सिचांई सुविधा मिलने से हमलोगों की आर्थिक स्थिति में जल्द सुधार आएगी। किसानों ने जिला प्रशासन का धन्यवाद् किया।

परियोजना निदेशक आत्मा श्री कृष्ण बिहारी ने बताया कि विशेष केन्द्रीय सहायता योजना के अन्तर्गत सौर ऊर्जा चालित लिफ्ट एरिगेशन की 130 जगहो पर योजना ली गई है। जिसका 90प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। जनवरी माह में सभी योजनाओं को पूर्ण कर ली जाएगी। फरवरी माह में 4900 एकड़ क्षेत्रफल में सौर ऊर्जा सोर पंप से किसानों को सिंचाई सुविधा मिल पाएगी। जिससे लगभग पांच हजार परिवार को सीधे लाभ मिलेगा।

उपायुक्त ने खेतों में लगाये गए सब्जी का भी जायजा लिया। सौर ऊर्जा चालित लिफ्ट एरिगेशन मशीन एवं सिंचाई सुविधा का निरीक्षण किया। मौके पर जिला योजना पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, आकांक्षी जिला फेलो, प्रमुख, मुखिया, वार्ड पार्षद, एटीएम, बीटीएम, कृषक मित्र, किसान उपस्थित थें।

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