मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आज होगी ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (टीएसी) की बैठक
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आज ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (टीएसी) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित होने जा रही है। यह बैठक आदिवासी समुदाय के हितों और उनके विकास से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है।
टीएसी, जिसका गठन आदिवासी समुदायों के कल्याण और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अध्यक्ष और मंत्री चमरा लिंडा उपाध्यक्ष के रूप में शामिल हैं। इसके अलावा, कमेटी में बाबूलाल मरांडी और चंपाई सोरेन जैसे प्रमुख नेता भी शामिल हैं।
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पिछले साढ़े पांच वर्षों में हेमंत सोरेन सरकार ने आदिवासी समाज के खिलाफ अत्याचार को बढ़ावा दिया है और बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा आदिवासियों के हक और अधिकारों का हनन किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भी इस बैठक में शामिल न होने का फैसला लिया है, जिसके पीछे उन्होंने परंपराओं को तोड़ने का हवाला दिया है।
बैठक में आदिवासी समुदाय के लिए नीतिगत निर्णयों, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, और भूमि अधिकारों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है। यह बैठक झारखंड में आदिवासी कल्याण और सामाजिक न्याय के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इसके साथ ही, यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल के दिनों में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें सरकारी स्कूलों में आदिवासी और क्षेत्रीय भाषाओं को अनिवार्य करने का निर्णय शामिल है।