स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 24 घंटे में वेतन भुगतान का आदेश दिया पर फिर भी महीनो तक नहीं मिला वेतन रिम्स आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को
कोरोना के बढ़ते मामले के दौरान एनएचएम के सौजन्य से मैनपावर सप्लाई के लिए बहाली का विज्ञापन निकाला गया था. बहाली का जिम्मा टीएंडएम सर्विसेज कंसलटिंग लिमिटेड को दिया गया था. कंपनी ने 756 कर्मियों की बहाली की. उनसे कोरोना काल में काम भी करवाया गया, लेकिन अभी तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया. जबकि अब रिम्स प्रबंधन ने सभी की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है.
इसे भी पढ़े :-
रिम्स में योगदान देने की तिथि से 10 अगस्त तक ही ली जायेगी सेवा
रिम्स चिकित्सा अधीक्षक ने आदेश जारी करते हुए सभी विभागाध्यक्ष, यूनिट इंचार्ज, नर्सिंग स्कूल-कॉलेज की प्राचार्य, मातृका को निर्देश दिया है कि टीएंडएम एजेंसी द्वारा कार्य पर लगाये गये कर्मचारियों से उनके रिम्स में योगदान देने की तिथि से 10 अगस्त तक ही सेवा ली जाये. यदि इस अवधि के बाद कर्मियों से काम लिया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित विभागाध्यक्ष और यूनिट इंचार्ज की होगी
इसे भी पढ़े :-
न्यायमूर्ति रमन्ना ने कहा कि जजों की कॉलोनी में कोई सुरक्षा क्यों नहीं
विवादों में रहा था आउटसोर्सिंग कर्मियों का मामला
एनएचएम के सौजन्य से निकाले गये इस विज्ञापन में 1200 मैनपावर की मांग की गयी थी, जिसके एवज में टीएंडएम एजेंसी ने 756 लोगों को बहाल किया था. करीब एक महीना काम कराये जाने के बाद 256 लोगों को काम से हटाने का आदेश जारी कर दिया गया था. इसके बाद कर्मचारियों ने परिसर में जमकर हंगामा किया था. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 24 घंटे में वेतन भुगतान का आदेश दिया था. इसके बावजूद महीनों बीत गये हैं, लेकिन इन्हें वेतन नहीं मिला.