ऊर्जा विभाग की भ्रस्टाचार की पूरी कहानी एक श्रृंखला से पढ़े: पहली कड़ी
अनुशील ओझा
झारखण्ड के ऊर्जा विभाग करप्शन की भेंट चढ़ गया है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि कागजात कह रहे है। हालत ये है की ऊर्जा विभाग के एक्सक्यूटिव इंजीनयर की विभाग में तूती बोलती है। पिछले पांच सालो से ऊर्जा विभाग में जमे एक्सक्यूटिव इंजीनयर सुगिया मिंज पर भ्रष्टाचार के कई आरोप है लेकिन पिछले पांच सालो से ये यहीं जमे है हैरत की बात यह है की 23 जून 2018 में तत्कालीन गांडेय विधायक जय प्रकाश वर्मा पत्र पर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी इन पर भ्रष्टाचार के मामले को देखते हुए करवाई के लिए विभाग को आदेश दिया था लेकिन पर कोई करवाई के नाम पर बस पत्राचार हुआ है।
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आरोप है की ऊर्जा विभाग में मेंटेनेंस का कार्य करनेवाले ठेकेदारों का एक गिरोह हावी है, जिसे विभाग के कई इंजीनियरों एवं पदाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है. विभाग के कई और घोटाले है दृष्टि नाउ” DRISHTI NOW” आज से आपको प्रत्येक दिन विभाग की घोटाले परत दर परत प्रतिदिन खोलता जायेगा जिससे विभाग के अधिकारियो की और राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन ये जान सके की उनके विभाग में कुछ अधिकारी मिलकर किस तरह से घोटाले को अंजाम दे रहे है।
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