Khalari: रैयत विस्थापित मोर्चा क्षेत्रीय समिति पिपरवार क्षेत्र के तत्वधान में रैयत विस्थापित मोर्चा का 12वॉ स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
By: संजय ओझा
Khalari: रैयत विस्थापित मोर्चा का 12 वां स्थापना दिवस कार्यक्रम काफी धूमधाम से मनाया गया। गोविंद सरकार एवं विशिष्ट अतिथि कार्मिक पदाधिकारी शिशिर गर्ग, रविन्द्र चिवंडे झारखंड के वीर शहीदों पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं संयुक्त रूप से दीप प्रवज्लित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। क्षेत्रीय समिति की ओर से अतिथियों का स्वागत बुके, माला एवं बैच लगाकर की गई इसके बाद कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय गान के पश्चात किया गया और जल जीवन हरियाली को बढावा देने के उद्देश्य से मोर्चा की ओर से एक सौ पौधा का वितरल किया गया। इस अवसर पर पीओ गोविंदा सरकार ने 12 वॉ स्थापना दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि सीसीएल प्रबंधन ग्रामीण रैयत विस्थापितो का सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि प्रावधान के मुताबिक विस्थापितों को नौकरी,मुआवजा, पुर्नवास में बुनियादी सुविधा ,रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
क्षेत्रीय सचिव रामचंद्र उरांव ने कार्यक्रम में प्रतिवेदन एवं प्रस्तावना प्रस्तुत किए जिस पर क्षेत्रीय व शाखा पदाधिकारियों ने बारी बारी से भाग लेते हुए अपना अपना विचार रखते हुए हक अधिकार के लिए संघर्ष तेज करने पर बल दिया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता क्षेत्रीय अध्यक्ष इकबाल हुसैन ने अपने संबोधन में कहा कि सीसीएल प्रबंधन हमारा हक अधिकार छीन नहीं सकता। पूरे सीसीएल में रैयत विस्थापित मोर्चा हक संवेधानिक अधिकार दिलाने के लिए संघर्षरत है। आने वाले दिनों में आंदोलन को धारदार बनाते हुए संघर्ष तेज किए जाएंगे। पूर्व के नियम को कंपनी पुनः लागू करते हुए जेजे जीएमके पर .नौकरी मुआवजा अभिलंब दे। वैकल्पिक रोजगार के तहत रोड सेल प्रबंधन चालू करें इससे हजारों लोगों को रोजी-रोटी जुड़ी हुई है उन्होंने झारखंड सरकार के युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सराहना करते हुए कहा कि झारखंड सरकार के पहल पर निर्णय के मुताबिक एक करोड़ तक के ठेका कार्य विस्थापितों को देने तथा खनन क्षेत्र के निजी कंपनियों में 75% विस्थापितों की बहाली बड़कागांव के रैयतों की जमीन वापसी , 1932 के खतियान के प्रधान पारित करना बड़ी जीत है।
क्षेत्रीय स्तर पर मोर्चा के बलबूते रिजेक्ट कोल् डम्प को चालू कराया गया। कॉलेज, स्कूल में कमरा व बुनियादी सुविधा मुहैया कराया गया। नौकरी,मुआवजा, पुनर्वास एवं क्षेत्र का विकास रोजगार, विस्थापितों का मान सम्मान सहित सभी मांगे पर मोर्चा संघर्षरत है। उन्होंने जल जंगल जमीन की रक्षा व विस्थापन अधिकार के प्रति सजग रहने का आह्वान किया
नागेश्वर महतो ने अपने गीतों से लोगों को उत्साहित किया, जिसे लोगों ने खूब सराहा कार्यक्रम की अध्यक्षता जे.पी महाराज एवं संचालन इदरीश अंसारी जबकि धन्यवाद रचित गंझू ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामचन्द्र उरांव, मोहम्मद असलम, जितेन्द्र कुमार, बिजय महतो, देवनाथ महतो, नागेश्वर महतो, रचित गंझू,वीरू मुंडा, पंकज दास,अनिल ठाकुर,मो जुल्फान, राजेश महतो ,रामबालक गंझु, सनी उरांव इंद्रजीत उरांव, मोहम्मद फिरोज मोहम्मद सदीक, सलीम जावेद ,मुनेश मुंडा, रामबालक गंझू,अनिल ठाकुर, सुरेश कुमार महतो, सोमर गंझू , प्रेमचन्द कुमार, मोहम्मद अनवर, पंसस इन्ना देवी, मनीता देवी, बिलासो देवी, देवंती देवी, चरकी देदी, संगीता देवी, फगुनी देवी, कुंती देवी, रेणु देवी, बबीता देवी सैकडो की संख्या में लोग मौजूद थे।