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रांची में विनय सिंह के ठिकानों पर एसीबी की बड़ी छापेमारी, वन भूमि घोटाले में जांच तेज…

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रांची में विनय सिंह के ठिकानों पर एसीबी की बड़ी छापेमारी, वन भूमि घोटाले में जांच तेज…


रांची, 28 सितंबर : झारखंड की राजधानी रांची में आज सुबह एंटी-करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने नेक्सजेन ऑटोमोबाइल्स के मालिक विनय सिंह से जुड़े छह से अधिक ठिकानों पर व्यापक छापेमारी की। यह कार्रवाई हजारीबाग में वन भूमि की अवैध जमाबंदी से संबंधित बहुचर्चित घोटाले की जांच के सिलसिले में की गई है। विनय सिंह, जो वर्तमान में जेल में बंद हैं, निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के करीबी सहयोगी माने जाते हैं।

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एसीबी की टीमें सुबह-सुबह रांची के विभिन्न स्थानों पर पहुंचीं, जिनमें विनय सिंह का अशोक नगर स्थित आवास और डीडिबह में नेक्सजेन ऑटोमोबाइल्स का शोरूम शामिल हैं। इसके अलावा, अन्य चार से अधिक ठिकानों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया। पांच से अधिक गाड़ियों में सवार एसीबी अधिकारियों के साथ मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल मौजूद रहा। सूत्रों के अनुसार, टीमें दस्तावेजों, संपत्तियों और अन्य सबूतों की जांच कर रही हैं।

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यह छापेमारी हजारीबाग के वन भूमि घोटाले से जुड़ी है, जिसका मामला एसीबी हजारीबाग पीएस कांड संख्या 11/2025 के तहत दर्ज है। वर्ष 2013 में हजारीबाग के पांच प्लॉट्स को डिप्टी कलेक्टर लैंड रिफॉर्म्स द्वारा आवंटित किया गया था, जो बाद में वन भूमि साबित हुए। यह आवंटन भारतीय वन अधिनियम 1927 और वन संरक्षण अधिनियम 1980 का उल्लंघन था। विनय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने निलंबित आईएएस विनय कुमार चौबे के साथ मिलकर इस अवैध जमाबंदी को अंजाम दिया और साक्ष्यों से छेड़छाड़ की कोशिश की।

विनय सिंह और विनय चौबे का कनेक्शन

विनय सिंह को विनय कुमार चौबे का करीबी माना जाता है, जो 2008-2010 के दौरान हजारीबाग के डिप्टी कमिश्नर थे। चौबे की जमानत याचिका हाल ही में खारिज हो चुकी है, और उन पर इस घोटाले में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है। एसीबी सूत्रों का कहना है कि जांच में कई अहम कड़ियां सामने आ रही हैं, जिससे इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।

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एसीबी की इस कार्रवाई से न केवल विनय सिंह बल्कि इस घोटाले से जुड़े अन्य लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सोशल मीडिया पर भी यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां लोग इसे झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के रूप में देख रहे हैं। एसीबी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।

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