बीजेपी ने घाटशिला उपचुनाव के लिए चम्पाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को बनाया उम्मीदवार

बीजेपी ने घाटशिला उपचुनाव के लिए चम्पाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को बनाया उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आज 15 अक्टूबर अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है।
उपचुनाव का कारण: घाटशिला सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के विधायक और कैबिनेट मंत्री रामदास सोरेन के निधन के कारण यह उपचुनाव हो रहा है। रामदास सोरेन 2024 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से बीजेपी के बाबूलाल सोरेन को 22,446 वोटों के अंतर से हराकर जीते थे।
चुनाव की तारीखें: मतदान 11 नवंबर 2025 को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगा ।
पिछला प्रदर्शन: 2024 चुनाव में बाबूलाल सोरेन को 75,910 वोट मिले थे, जबकि रामदास सोरेन को 98,356 वोट। बीजेपी इस बार दोबारा सोरेन पर भरोसा जता रही है, जो पूर्व सीएम चंपाई सोरेन (जो बाद में बीजेपी में शामिल हुए) के पुत्र हैं।
अन्य उम्मीदवारों की घोषणा: बीजेपी ने एक साथ अन्य राज्यों के उपचुनावों के लिए भी उम्मीदवार घोषित किए हैं, जैसे जम्मू-कश्मीर के बडगाम से आगा सैयद मोहसिन, नगरोटा से देवयानी राणा, ओडिशा के नुआपाड़ा से जय ढोलकिया, और तेलंगाना के जुबली हिल्स से लंकाला दीपक रेड्डी।
जाहिर है झारखंड में यह उपचुनाव झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के लिए महत्वपूर्ण परीक्षा होगा। बीजेपी राज्य अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दावा किया है कि एनडीए इस सीट पर जीत हासिल करेगा। बाबूलाल सोरेन ने घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह और अन्य नेताओं का आभार जताया। X पर भी यह खबर ट्रेंड कर रही है,
बीजेपी की रणनीति: पार्टी ने दोबारा बाबूलाल सोरेन पर भरोसा जताया है, जो चंपाई सोरेन के बेटे हैं। चंपाई सोरेन, जो पहले जेएमएम में थे और झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, ने हाल ही में बीजेपी का दामन थामा था। यह कदम आदिवासी वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में देखा जा रहा है।
झारखंड में चुनौती: यह उपचुनाव हेमंत सोरेन सरकार के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी, क्योंकि घाटशिला क्षेत्र में जेएमएम का मजबूत आधार है। बीजेपी राज्य में विपक्षी गठबंधन एनडीए का हिस्सा है





