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दलाल का ऑफिस बना CM कार्यालय बाबूलाल मरांडी का सनसनीखेज आरोप सरकार का महत्वपूर्व फाइलों का निपटारा होता है विशाल चौधरी के ऑफिस से वीडियो जारी कर कहा सीबीआई जाँच हो

 

 

झारखण्ड के पूर्व CM बाबूलाल मरांडी ने आज हेमंत सरकार पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने एक वीडियो जारी किया है जिसमे हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का फाइल निपटाते हुए नजर आ रहे है। बाबूलाल मरांडी का आरोप है की यह वीडियो दलाल विशाल चौधरी के ऑफिस का है जिसके यह कुछ दिनों पाहे ED का रेड हुआ था।

बाबूलाल मरांडी ने वीडियो दिखाते हुए कहा की ये झारखंड के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जो गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के भी प्रघान सचिव राजीव अरूण एक्का के काले कारनामें एवं महालूट का एक छोटा सा वीडियो क्लीप है। यह वीडियो देखकर आसानी से समझा जा सकता है कि झारखण्ड में सरकार कैसे चल रही है और कौन लोग चला रहे हैं?

बाबूलाल मरांडी ने कहा की ये वीडियो पिछले दिनों इडी के छापे के बाद चर्चा में आये सत्ता के एक मशहूर दलाल विशाल चौधरी के अरगोड़ा चौक के निकट के कार्यालय का है। एक्का साहब वहां सरकारी फाइलें जिस बेशर्मी से निपटा रहें है, इसे देखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को शर्म आये या नहीं दुनियां के किसी भी आदमी को बारूद के ढ़ेर पर बैठे झारखंड की ऐसी दुर्दशा देखकर लज्जा आयेगी। जो महिला बगल में खड़े होकर ये फाइलें साइन करा रही हैं वो झारखंड सरकार का कर्मचारी नहीं बल्कि दलाल विशाल चैधरी का प्राइवेट कर्मचारी हैं।

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बगल में जिसकी आवाज आ रही है और वो अपने महिला कर्मचारी से किसी से पैसे आने- नहीं आने के बारे में पूछ रहा है वो विशाल चैधरी की आवाज बतायी जा रही है। फिर महिला द्वारा पैसा नहीं आने की जानकारी पर विशाल किसी को फोन लगाकर पैसे के बारे में पूछ रहा है।
मुख्यमंत्री के प्रघान सचिव एवं राज्य के गृह सचिव जैसे पद पर बैठा व्यक्ति जब यह काम कर रहा है तो बाकि दूसरों के ऐसे कारनामें तो इसके सामने बौने दिखेंगे।

एक्का और विशाल अकेले नहीं है। ऐसे कई और दलाल, अफसर एवं सत्ताधारी लोग हैं जो मिल बैठकर टेंडर, ट्रांसफ़र आदि की फाइल पैसे लेकर अपने घरों से निपटा रहे हैं। वृस्तृत जांच होगी तो इस सरकार के मुखिया और उनके गुर्गों के कारनामें के बारे में ऐसी हैरान करने वाली जानकारियां सामने आयेंगी कि लोग देखसुन कर दांतो तले अंगुली दबा लेंगे। उन्होंने आरोप लगाया की मुख्यमंत्री के घर की सुरक्षा का एके 47 दलाल प्रेम प्रकाश के घर में मिलता है और उनका प्रधान सचिव दलाल विशाल चौधरी के प्राइवेट कार्यालय में सरकारी टेंडर की फाइल ले जाकर पैसे वसूलवाता है और वहीं से मुख्यमंत्री कार्यालय का काम करता है। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि इस गंभीर अपराध के लिए राजीव अरूण एक्का पर तुरत एफआइआर कर उन्हें जेल भिजवायें। उन्हें पद से हटायें, भ्रष्टाचार विरोधी कानून में इनपर कारवाई करें।

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साथ ही उन्होंने यह भी कहा की एक्का गृह विभाग जैसे सवेंदनशील विभाग के भी प्रधान सचिव हैं इसलिए राज्य की पुलिस इसकी जांच और कारवाई कैसे कर सकती है? इसलिए मुख्यमंत्री इस मामले की जांच सीबीआई से कराने का आदेश जारी करें। इस मामले में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल इस वीडियो की सीडी के साथ महामहिम राज्यपाल से मिलकर अनुरोध पत्र सौंप कर मांग करेगा कि इस बेहद महत्वपूर्ण मामले में वृस्तृत निष्पक्ष जांच के लिये सीबीआई को सौंपने के लिए राज्य सरकार को भेजें। साथ ही इस मामले में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल प्रवर्तन विभाग से भी मिलकर वीउियो की काॅपी के साथ ज्ञापन सौंपेगा और इस मामले में वसूली से हुए मनी लॉंड्रिग की भी वृस्तृत जांच की मांग करेगा।

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बाबूलाल मरांडी ने कहा की राज्य के मुख्य सचिव की गिनती अच्छे अधिकारी में होती है। मैं उनसे अनुरोध करता हूँ कि वे धृतराष्ट्र नहीं बनें। इस गंभीर मामले पर कठोर कार्रवाई का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को देने में विलम्ब नहीं करें। ऐसे कितनी घोटाले से किसःकिस को बचाने की फ़ाईल और कितने दिन रोकेंगे मुख्यमंत्री? काग़ज़ात नहीं मरते। कारवाई तो होगी ही। होम डिपार्टमेंट और मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी की संवेदनशील फाईलें दलाल के यहाँ मिले। ये तो तालिबानी भी शायद नहीं करते होंगे। देश-दुनिया में ऐसा कहीं और देखने की बात दूर सपने में सुनने को भी नहीं मिलेगा। बाबूलाल मरांडी ने कहा की आदिवासियों के नाम पर कलंक है ये मुख्यमंत्री। इसने देश-दुनियाँ में आदिवासियों की इज्जत मिट्टी में मिलाने और बदनाम करने का काम किया है।

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