रांची में 6 मई को कांग्रेस की “संविधान बचाओ” रैली, जातीय जनगणना और सामाजिक न्याय पर जोर
कांग्रेस पार्टी 6 मई को रांची में एक विशाल “संविधान बचाओ” रैली का आयोजन करने जा रही है। यह रैली केवल एक राजनीतिक सभा नहीं, बल्कि भारत के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एक स्पष्ट आह्वान है। यह बातें कांग्रेस की युवा नेता यशस्विनी सहाय ने रांची में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा । उन्होंने कहा कि पार्टी ने संविधान पर हो रहे योजनाबद्ध हमलों, विशेष रूप से अनुच्छेद 32 को कमजोर करने की कोशिशों, के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाई है, जिसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान की आत्मा कहा था।
यशस्विनी सहाय ने जातीय जनगणना को “भारतीय समाज का एक्स-रे” करार देते हुए इसकी आवश्यकता पर बल दिया है। यह जनगणना सामाजिक और आर्थिक सच्चाइयों को उजागर करेगी, जिससे वंचित वर्गों के लिए समावेशी नीतियां बनाई जा सकें। उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के हालिया कदमों का स्वागत किया, लेकिन इसे केवल आंकड़ों तक सीमित न रखकर सामाजिक न्याय की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की है ।
इसके साथ ही यशस्विनी सहाय ने झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री अधिवक्ता स्वास्थ्य बीमा योजना की सराहना की , जिसके तहत अधिवक्ताओं और उनके आश्रितों को 5 लाख रुपये (सामान्य बीमारियों) और 10 लाख रुपये (गंभीर बीमारियों) तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना अधिवक्ता समुदाय के कल्याण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, और झारखंड इस तरह की योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
यशस्विनी सहाय ने सभी नागरिकों, जन संगठनों और संविधान में आस्था रखने वालों से रैली में शामिल होने और इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की है।