कांग्रेस का ED मुख्यालय के बाहर रांची सहित पूरे देश में जोरदार प्रदर्शन, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड केश में चार्जशीट करने मामला
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूरे देश में प्रवर्तन निदेशालय यानी (ED) के कार्यालयों के बाहर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया है। यह प्रदर्शन नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED द्वारा दाखिल चार्जशीट के विरोध में हुआ , जिसमें कांग्रेस की वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और अन्य को आरोपी बनाया गया है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध और विपक्ष को दबाने की साजिश करार दिया है।
विरोध प्रदर्शन का कारण
नेशनल हेराल्ड केस: ED ने 9 अप्रैल 2025 को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल की। इस चार्जशीट में सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 नामित किया गया। मामले में 64 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने की बात भी सामने आई है।
कांग्रेस का आरोप: कांग्रेस का दावा है कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार द्वारा ED और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने का प्रयास है। पार्टी ने इसे “बदले की राजनीति” और लोकतंत्र पर हमला बताया।
कानूनी स्थिति: दिल्ली कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लेने के लिए 25 अप्रैल 2025 की तारीख तय की है और ED से साफ-सुथरी दस्तावेज और केस डायरी जमा करने को कहा है।
प्रदर्शन की रूपरेखा
राष्ट्रव्यापी आह्वान: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों (PCC) को 16 अप्रैल को ED कार्यालयों और केंद्र सरकार के जिला-स्तरीय कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का निर्देश दिया। जिसको लेकर झारखंड के ED मुख्यालय के बाहर भी कांग्रेस ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है
प्रदर्शन का स्वरूप:
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय (AICC) के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता एकत्र हुए, लेकिन पुलिस ने उन्हें ED कार्यालय तक मार्च करने से रोक दिया और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
झारखंड में दोपहर 12 बजे ED कार्यालय के बाहर धरना और प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की गई।
चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस ने सांकेतिक धरना दिया, जिसमें नेता प्रताप सिंह बाजवा ने केंद्र पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, और अन्य राज्यों में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ED कार्यालयों के बाहर नारेबाजी और धरना-प्रदर्शन किया।
प्रमुख नारे और संदेश: कांग्रेस ने अपने प्रदर्शनों में “संकल्प, समर्पण, संघर्ष” के नारे को दोहराया और ED की कार्रवाई को “फर्जी केस” और “साजिश” बताया।
मीडिया रिपोर्ट्स में कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
केसी वेणुगोपाल: उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की “हताशा” को दर्शाती है, क्योंकि वे जनता की समस्याओं को हल करने में विफल रहे हैं। उन्होंने गांधी परिवार के देश के लिए बलिदान का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ऐसी धमकियों से नहीं डरेगी।
सचिन पायलट: उन्होंने ED और CBI को “BJP का राजनीतिक हथियार” करार दिया और कहा कि सोनिया गांधी की छवि खराब करने की कोशिश बेकार है। उन्होंने न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए कहा कि सच्चाई सामने आएगी।
जीतू पटवारी (मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष): उन्होंने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला बताया और कहा कि BJP नफरत फैलाकर देश को गुमराह कर रही है।
दीपक बैज (छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष): उन्होंने केंद्र पर ED के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस ऐसी साजिशों के खिलाफ डटकर मुकाबला करेगी।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय और ED कार्यालय के बाहर भारी सुरक्षा बल तैनात किया। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया जब उन्होंने ED कार्यालय की ओर मार्च करने की कोशिश की।
अन्य शहर: जयपुर, चंडीगढ़, और रायपुर जैसे शहरों में भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग और अतिरिक्त बल तैनात किया।
मीडिया में BJP की प्रतिक्रिया
BJP नेताओं ने कांग्रेस के प्रदर्शनों को “भ्रष्टाचार का बचाव” करार दिया। तमिलनाडु BJP नेता अन्नामलाई ने कहा कि “कांग्रेस भ्रष्टाचार करने में माहिर है” और ED की कार्रवाई को कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा बताया। BJP ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस अपने नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से ध्यान हटाने के लिए प्रदर्शन कर रही है।
यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने ED के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं। 22 अगस्त 2024 को प्रयागराज में और 3 मार्च 2025 को रायपुर में भी कांग्रेस ने ED कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किए थे, जब पार्टी नेताओं से पूछताछ की गई थी।
राजनीतिक माहौल: यह प्रदर्शन ऐसे समय में हो रहे हैं जब विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ और कांग्रेस विभिन्न मुद्दों, जैसे जाति आधारित जनगणना और वक्फ संशोधन बिल, पर सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रहे हैं।