कोरोना संक्रमित मरीज के फांसी लगाकर आत्महत्या मामला तूल पकड़ा, दिए जांच के आदेश.
गढ़वा : गढ़वा सदर अस्पताल के कोविड वार्ड के बरामदे में कोरोना से संक्रमित मरीज के फांसी लगाकर आत्महत्या के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले में स्थानीय विधायक सह सूबे में पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर एवं स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इस मामले का जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट सरकार को भेजने का निर्देश गढ़वा डीसी को दिया गया था। डीसी ने एसडीएम, बीडीओ और सीओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच के लिए कमेटी बनाई गई थी। जिसके बाद बीडीओ ने कोविड वार्ड का निरीक्षण भी किया था जिसमे कई बाते सामने खुल कर आई थी।
इस जांच के बाद डीसी ने रिपोर्ट सरकार को भेज दी थी। जिसमे लापरवाही की बात सामने खुल कर आई थी। रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में इतने सारे कर्मियों के रहते संक्रमित का फांसी लगाना संदेह तो पैदा करता ही है। डीसी के जांच रिपोर्ट के बाद सरकार ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए प्रभारी सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार सिंह को सीएस के प्रभार से मुक्त कर दिया है. डॉ दिनेश कुमार सिंह की जगह पर मझिआंव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ कमलेश कुमार को सिविल सर्जन का प्रभार दिया को दिया है।मझिआंव थाना के केरकेट्टा गांव के 39 वर्षीय नीरज कुमार उपाध्याय कोविड से बचने के लिये कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे. चार दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद वह कोरोना निगेटिव हो गए थे. इसके बाद 18 अप्रैल की रात उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
अप्रैल को कोविड हॉस्पिटल में फांसी लगाने की खबर आग की तरह फैल गयी. परिजन, समाजसेवी और राजनीतिक दल के कई नेता इसकी जांच की मांग करने लगे. भाजपा के पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी और वर्तमान विधायक सह झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने भी इसे लेकर अपना तेवर सख्त कर लिए. मामले में मंत्री ने डीसी को जांच का आदेश दिया. डीसी ने 3 सदस्यीय जांच दल गठित कर इसकी जांच करायी। रिपोर्ट में अस्पताल की लापरवाही उजागर हुई।
डीसी ने इस जांच रिपोर्ट को सरकार को सौंपा. डीसी की जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार के विशेष सचिव (स्वास्थ्य) चंद्रकिशोर उरांव ने पत्र जारी कर धुरकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ दिनेश कुमार सिंह को गढ़वा सिविल सर्जन के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया है. विशेष सचिव (स्वास्थ्य) ने उसी पत्र में मझिआंव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कमलेश कुमार को गढ़वा के सिविल सर्जन का अतिरिक्त प्रभार दे दिया। इस मामले में डीसी राजेश कुमार पाठक ने लापरवाही की बात मानी है उन्होंने कहाकि राज्य को हमने रिपोर्ट सौंप दिया जिसके बाद सरकार ने कार्यवाई करते हुए सीएस को बदल दिया है और लोगो पर भी कार्यवाई होगी।
गढ़वा, वी के पांडे