कोरोना की संभावित तीसरी लहर की शुरुआत कहीं यही तो नहीं?
कोरोना की संभावित तीसरी लहर की शुरुआत कहीं यही तो नहीं? पिछले तीन दिनों में कोविड के एक्टिव मामले बढ़कर 52 से 87 हो चुके हैं. 9 अगस्त से 12 अगस्त के बीच 54 संक्रमितों की पहचान हुई है. हेल्थ एक्सपर्ट बता रहे हैं कि अचानक बढ़ रहे मामले तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है. संभावना जतायी जा रही है कि 15 दिनोें में राोजाना मिलने वाले संक्रमितों की संख्या बढ़कर सैकड़ों के पार होगी, क्योंकि लोगाें में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रहा. पब्लिक एरिया में भीड़ ही भीड़ नजर आ रही है.
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कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन न के बराबर हो रहा है. इसके अलावा एक्सपर्ट्स का कहना है कि अधिक संक्रमितों की पहचान के लिए आरटी-पीसीआर पर जोर देने की जरूरत है, लेकिन 75% मामलों में रैपिड एंटीजेन से ही जांच की जा रही है. इसमें संक्रमितों की पहचान करने की क्षमता आरटी-पीसीआर व ट्रूनेट के अपेक्षा काफी कम है. राजधानी में पिछले एक महीने में 20 हजार से ज्यादा सैंपलों की जांच हुई. इसमें 14 हजार के करीब सैंपल सिर्फ रैट टेस्ट से जांच की गयी. इसमें 75 के करीब संक्रमित मिले. रेलवे स्टेशनों में जांच के बाद पाॅजिटिव आने वाले कई रोगी दूसरे जिले के थे.
लोगों की लापरवाही बनेगा तीसरी लहर का कारण
कई राज्यों में कोरोना के काफी मामले मिल रहे हैं. महाराष्ट्र, केरल जैसी जगहों में रोजाना हजारों संक्रमित की पहचान होने लगी है. ऐसे में राजधानी में हर दिन औसतन 2500 यात्री रेल यात्रा वाले व 1000 के करीब हवाई यात्रा वाले है. राजधानी प्रवेश के दौरान इनकी जांच के क्रम में रिपोर्ट पाॅजिटिव आ रही है. इन्हीं में कई ऐसे भी मामले है, जिनकी पहचान नही हो पा रही. रिपोर्ट निगेटिव आ रही है, लेकिन सर्दी-खांसी के लक्षण बरकरार हैं. ऐसे लोग घर-मोहल्ले या भीड़-भाड़ वाली जगह में जाकर लोगों के संपर्क में आ रहे हैं. इनके लिए क्वारंटाइन की सुविधा दोबारा शुरू करनी चाहिए.