लोहरदगा में जेजेएमपी उग्रवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़, हथियार और सामान बरामद
झारखंड के लोहरदगा और लातेहार जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गुरुवार देर रात भारी मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में उग्रवादियों ने अंधेरे और जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफलता पाई, लेकिन पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर भारी मात्रा में हथियार और अन्य सामान बरामद किया।
लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के हरकट्ठा जंगल और लातेहार के केदली टोली गांव के पास यह मुठभेड़ हुई है। लोहरदगा के पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी सुप्रीमो रविंद्र यादव अपने दस्ते के साथ इस क्षेत्र में किसी बड़ी उग्रवादी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है। सूचना के आधार पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने अभियान शुरू किया।
जैसे ही अभियान दल हरकट्ठा जंगल की ओर बढ़ा, उग्रवादियों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग की। दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं, लेकिन उग्रवादी घने जंगल और अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकले।
मुठभेड़ के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने सघन सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें 1 एसएलआर मैगजीन, 51 जिंदा 7.62 मिमी कारतूस, 2 पीस 7.62 खोखा, 2 पीस इंसास खोखा, 1 पीस एके-47 खोखा, 1 मैगजीन पाउच, 5 एंड्रॉयड मोबाइल, 3 की-पैड मोबाइल, 1 वॉकी-टॉकी, 1 पावर बैंक, नकद 3100 रुपये, डायरी, नक्सल पर्चे और दैनिक उपयोग की अन्य सामग्री बरामद किए।
इस घटना के संबंध में पेशरार थाना में कांड संख्या 04/25 दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित विशेष टीम में एसडीपीओ वेदांत शंकर, सशस्त्र सीमा बल, क्यूएटी, सैट-75 और स्थानीय थाना प्रभारी शामिल थे। पुलिस का मानना है कि जेजेएमपी का यह दस्ता, जिसमें रविंद्र यादव, सचिन, विशाल, कालेश्वर खेरवार और शिव जैसे उग्रवादी शामिल थे, किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में था।
सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन अभी भी लोहरदगा और लातेहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में जारी है। पुलिस का कहना है कि बरामद सामान से उग्रवादियों की योजनाओं और उनके नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।