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Jharkhand : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले में पूछताछ के लिए नहीं गए ED ऑफिस चले गए सुप्रीम कोर्ट यानि ED से हो गया पंगा अब ED क्या करेगी ?

Jharkhand : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के दूसरे समन के बाद भी नहीं पहुंचे प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर। हलाकि कुछ देर बार मुख्यमंत्री कार्ययालय से पूर्व की भाती एक डाक एड के कार्ययालय जरूर पहुचा। लेकिन इस पत्र में क्या लिखा है अभी तक साफ नहीं हो पाया लेकिन गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट के जरिये एक इशारा किया जिसमे यह बताया जा रहा है की हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट जा रहे है। उन्होंने लिखा है की राजा साहब ने सुप्रीम कोर्ट के सहारे ईडी के दफ्तर आने से आज भी मना कर दिया । अहंकार तो रावण का नहीं चला,प्रधानमंत्री नरसिंह राव जी को भी अदालत के कठघरे में खडा होना पडा था उन्होंने एक दोहे की पंक्तिया भी शेयर की जिसमे लिखा है तुलसी नर क्या बडा समय होत बलवान ,भीलां लूटी गोपियाँ,वहीं अर्जुन वही बाण

JHARKHAND: झारखंड में ईडी की बड़ी रेड, शराब में बड़ा निवेश के कारण वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के घर भी छापेमारी 32 अलग अलग ठिकानो पर ED की एक साथ छापेमारी

जाहिर है की गुरुवार यानी आज जमीन घोटाले मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ होनी थी इसकी तैयारी पूरी हो चुकी थी इसको लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए थे हालांकि, सीएम की उपस्थिति को लेकर बुधवार देर रात तक संशय बना रहा. मुख्यमंत्री गुरुवार को ईडी दफ्तर जाएंगे या फिर पत्र भेज कर समय मांगेंगे या फिर वह सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. इन बातों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे हालांकि मुख्यमंत्री की ओर से अबतक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है कि वह ईडी कार्यालय भेजे गए डाक में क्या लिखा है।

प्रोजेक्ट भवन में जब मीडिया ने उनसे बुधवार को पूछा कि 24 अगस्त को क्या होगा, तो उन्होंने इतना ही कहा कि, आप सब के साथ ही रहेंगे. इधर सूत्रों ने बताया कि सीएम लगातार विधि-विशेषज्ञों से इस मुद्दे पर राय ले रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के भी बड़े अधिवक्ताओं के संपर्क में हैं, हालांकि अभी तक सीएम की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है. गौरतलब है कि ईडी ने चौदह अगस्त को जब उन्हें बुलाया था, तब सीएम ने ईडी की इस कार्रवाई पर कड़ा एतराज जताया था. सीएम ने ईडी को पत्र भेजकर कहा था कि केंद्रीय एजेंसी पिछले एक साल से उन्हें इसलिए परेशान कर रही है कि उनकी सरकार केंद्र सरकार के साथ नहीं है. सोरेन ने ईडी से अविलंब समन वापस लेने का आग्रह किया था, ऐसा नहीं करने पर उन्होंने कानूनी सहारा लेने की बात भी कही थी.

अब आपके लिए ये जानना जरुरी है की घोटाले से कैसे जुड़ा सीएम सोरेन का नाम दरअसल आठ जुलाई साल दो हजार बाइस को मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर छापेमारी की गई थी. इसमें ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिली थी. इसी के बाद उनका नाम इस केस से जोड़ा गया.

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