साहिबगंज मे रात के अंधेरे में ब्लास्ट कर एमजीआर ट्रैक को उड़ाया
साहिबगंज मे रात के अंधेरे में ब्लास्ट कर एमजीआर ट्रैक को उड़ाया।
जांच में जुटी पुलिस, प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी की इलाके में सक्रियता की हो सकती है जांच।
साहिबगंज जिले के बरहेट थाना क्षेत्र के रांगा घुट्टु गाँव के पास ललमटिया से फरक्का की ओर जाने वाली एमजीआर रेलवे लाइन पर मंगलवार की रात तकरीबन 12 बजे के आसपास और सामाजिक तत्वों में असामाजिक तत्वों ने विस्फोटक लगाकर ब्लास्ट कर दिया। हालांकि तत्काल घटना की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। धमाके से रेलवे ट्रैक पर तीन फुट गहरा गड्ढा बन गया है और ट्रैक के अवशेष लगभग 40 से 45 मीटर दूर गिरा हुआ पाया गया। घटना रांगा घुट्टु गाँव के पास पोल संख्या 40/1 के आस-पास घटित हुई। रात में हुए इस जोर दार धमाके की आवाज एमजीआर रेलवे लाइन के आसपास मौजूद गांव के ग्रामीणों ने भी सुना। घटना में किसी भी प्रकार का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। घटना के बाद से घटना स्थल से थोड़ी दूर स्थित पोल संख्या 42/02 पर कोयला लोडेड एक रेल गाड़ी खड़ी है। दरअसल एमजीआर लाइन से ललमटिया गोड्डा से कोयला लेकर फरक्का जाती है। इधर जानकारी मिलते ही बुधवार को जिले के एसपी अमित कुमार सिंह, बड़हरवा एसडीपीओ मंगल सिंह जामुदा, एनटीपीसी के असिस्टेंट इंजीनियर शरबत हुसैन, और जूनियर इंजीनियर देवायान, बरहेट थाना प्रभारी पवन यादव ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। घटना की छानबीन शुरू कर दी है। छानबीन के क्रम में पुलिस को पुलिस को घटना स्थल से तकरीबन 15 मीटर की दूरी पर ब्लास्ट में उपयोग किए गए तार और अन्य सामग्री मिले हैं। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। बता दें कि पिछले पांच वर्ष से इन इलाकों में असम की प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी की सक्रियता भी रही है। ऐसे में पुलिस इस एंगल को भी जोड़कर जांच कर रही है। एसपी अमित कुमार सिंह ने बताया कि घटना से जुड़े कई एंगल पर जांच की जा रही है। ब्लास्ट में उपयोग किए जाने वाली सामग्री का पता लगाने के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया गया है। जल्द ही पुलिस घटना के नतीजों पर पहुंच जाएगी