ढहने लगी बहु मंजिला इमारत भूकंप ने बैंकॉक को हिला कर रख दिया, त्रीवता 7.7, नुकसान का आकलन अभी तक नहीं हो पाया
Earthquake : शुक्रवार को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। इस भूकंप के झटके इतने तीव्र थे कि गगनचुंबी इमारतें हिलने लगीं और कई जगहों पर नुकसान की खबरें सामने आईं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत को ताश के पत्तों की तरह ढहते हुए दिखता वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो से लोगों में दहशत फैल गई और कई ऊंची इमारतों से पानी के टैंकों और स्विमिंग पूल से पानी सड़कों पर बहता नजर आया।
इसके साथ ही, पड़ोसी देश म्यांमार में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, म्यांमार में 7.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जबकि अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) और जर्मनी के GFZ भूवैज्ञानिक केंद्र ने इसे 7.7 तीव्रता का बताया। भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था, और इसकी गहराई मात्र 10 किलोमीटर (6.2 मील) थी। कम गहराई के कारण इसका असर व्यापक क्षेत्र में महसूस हुआ, जिसमें बैंकॉक भी शामिल है, जो सागाइंग से करीब 900 किलोमीटर दूर है। म्यांमार में दूसरा झटका 6.4 तीव्रता का भी दर्ज किया गया, जिसने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
बैंकॉक में हुए नुकसान का विवरण
खबरों के मुताबिक बैंकॉक में भूकंप के कारण एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत के ढहने की घटना सबसे चर्चित रही। वीडियो में दिखा कि यह इमारत कुछ ही सेकंड में धूल के गुबार में बदल गई, जिससे आसपास के लोग चीखते-चिल्लाते हुए भागते नजर आए। अभी तक हताहतों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही हैं। बैंकॉक के घनी आबादी वाले इलाकों में ऊंची इमारतों से लोगों को निकाला गया, और कई इमारतों में दरारें पड़ने की खबरें हैं। थाईलैंड की प्रधानमंत्री पेतोंगतार्न शिनावात्रा ने आपात बैठक बुलाकर नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।
म्यांमार में स्थिति
खबरों के अनुसार म्यांमार में भूकंप का केंद्र सागाइंग के पास होने के कारण वहां भी भारी नुकसान की आशंका है। मांडले में सड़कें टूट गईं, मकानों में दरारें पड़ गईं और कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। सोशल मीडिया पर तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें क्षतिग्रस्त मठ और सड़कों पर बिखरा मलबा देखा जा सकता है। म्यांमार में चल रहे गृहयुद्ध के बीच यह प्राकृतिक आपदा स्थिति को और जटिल बना दिया है। अभी तक वहां से हताहतों की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
भूकंप की वैज्ञानिक वजह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग फॉल्ट के पास था, जो देश के उत्तर से दक्षिण तक फैला एक प्रमुख भूगर्भीय दोष है। यह क्षेत्र भूकंपीय रूप से सक्रिय है और अतीत में भी यहां बड़े भूकंप आ चुके हैं। 2016 में बागान में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी। इस बार भूकंप की कम गहराई और उच्च तीव्रता ने इसके प्रभाव को बढ़ा दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार और थाईलैंड जैसे क्षेत्रों में तेजी से शहरीकरण और कमजोर बुनियादी ढांचे के कारण भूकंप का खतरा और बढ़ जाता है।
आगे की स्थिति
फिलहाल, थाईलैंड और म्यांमार में राहत और बचाव कार्य शुरू हो गए हैं। बैंकॉक में 17 मिलियन से अधिक आबादी वाले क्षेत्र में अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और इमारतों में दोबारा प्रवेश करने से पहले सुरक्षा जांच की सलाह दी है। भूकंप के बाद के झटकों (आफ्टरशॉक्स) का खतरा अभी भी बना हुआ है, जिसके चलते दोनों देशों में अलर्ट जारी किया गया है।