पियूष गोयल ने कुछ ऐसा कह दिया टाटा ग्रुप के बारे में की देखते देखते पूरा देश में भूचाल आगया
153 साल पुराने टाटा ग्रुप पर इस तरह के विवादित प्रतिक्रिया देने के बाद पियूष गोयल इसे बार-बार दिल से निकली आवाज बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर, गुरुवार को दिए इस बयान ने सरकार को असमंजस में डाल दिया है. सीआईआई ने पियूष गोयल के 19 मिनट दिए भाषण के वीडियो को पहले यूट्यूब से हटाया, फिर उसका संशोधित वर्जन गुरुवार रात को डाला और फिर शुक्रवार शाम इसे पूरी तरह से यूट्यूब से हटा लिया गया. टाटा ग्रुप ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है. द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार सीआईआई ने भी इस पर कोई टिप्पणी अब तक नहीं की है.
पियूष गोयल ने सम्मेलन के दौरान कहा कि उनके मंत्रालय की ओर से उपभोक्ताओं की मदद के लिए तैयार किए गए नियमों का टाटा संस की ओर से विरोध किया गया. हमें मैं, मेरा और मेरी कंपनी की धारणा से आगे निकलना होगा. गौरतलब है कि पियूष गोयल के पास कपड़ा, उपभोक्ता मामलों और खाद्य व जन वितरण मंत्रालय का भी प्रभार है.
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एक-दो विदेशी कंपनी खरीद ली, तो उसका महत्व ज्यादा हो गया
पियूष गोयल यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि क्या आपकी जैसी कंपनी, एक दो आपने कोई विदेशी कंपनी खरीद ली, उसका महत्व ज्यादा हो गया, देश हित कम हो गया. श्री गोयल ने कहा कि यही बात उन्होंने चंद्रा (टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन) को भी कम्यूनिकेट किया है. भारत के प्रति घरेलू औद्योगिक प्राथमिकता और प्रतिबद्धता पर सवाल करते हुए पियूष गोयल ने टाटा स्टील को चुनौती दी कि क्या वे अपने उत्पाद जापान और कोरिया में बेच सकते हैं. वहां की कंपनियां राष्ट्रवादी नीति रखती हैं और वे आयातित स्टील नहीं खरीदती हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय उद्योग इसके विपरीत यदि उन्हें अपने तैयार उत्पाद में इससे 10 पैसे का भी मुनाफा हो तो वे आयात करने लगते हैं. साथ ही एक लॉबी एंटी डंपिंग ड्यूटी में रियायत लेने के लिए पव्रयास करने लगती है.
हम नेशनलिस्ट स्पिरिट की बात करते हैं, तो हमें दकियानूसी बोला जाता है
उन्होंने कहा कि हम नेशनलिस्ट स्पिरिट की बात करते हैं, तो कई लोग हमें मीडिया में दकियानूसी बोलते हैं, बैकवर्ड बोलते हैं. जापान, कोरिया में कोई बैकवर्ड नहीं बुलाता. उन्होंने एफडीआई और विदेशी कंपनियों से साझेदारी मुद्दे पर कहा कि कम से कम इन विदेशी कंपनियों के हितों को तो रोकिए. ईमानदार व्यापार करने के लिए उनका स्वागत है. लेकिन गलत करने के लिए नहीं, जब मैं पढ़ता हूं कि वे साझेदारी में फलना ढिमकाना कंपनी के साथ आ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कहा कि कुछ हाथों में बहुत मुनाफा देश के लिए बहुत सारी परेशानियां खड़ी कर सकता है. उन्होंने इसके प्रति भी नाराजगी जताई कि कुछ कंपनियां स्टार्ट अप को शुरुआती दौर में फंडिंग के लिए तैयार नहीं हैं. वह भी तब जब उन्होंने खुद कोटक के उदय, पवन गोयनका, टाटा, अंबानी, बजाज और बिड़ला से इसे बढ़ावा देने के लिए बात की. यदि इनमें से कुछ पैसा नहीं भी बना पाते हैं तो आप देश के लिए इतनी कुर्बानी दे सकते हैं.
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विपक्षी दलों ने पीयूष गोयल के बयान पर दी तीखी प्रतिक्रिया
दूसरी ओर, पियूष गोयल की इन टिप्पणियों के बाद विरोधी दलों ने भी उन्हें घेरना शुरू कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि उनका बयान वन मैन शो के जरिए तैयार काम के दबाव को दिखाता है. शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे शर्मनाक बताया और सीआईआई को पियूष गोयल से माफी मांगने की मांग करने की सलाह दी, बजाय वीडियो को हटा लेने के. कांग्रेस नेता जयवीर शेरगील ने कहा कि पियूष गोयल का यह बयान प्रधानमंत्री के इज ऑफ डूइंग बिजनेस इन इंडिया के नारे का माखौल उड़ाता है.