सिमडेगा-रांची एनएच-143 पर गड्ढों से लगातार जाम, यात्रियों की बढ़ी परेशानी

शंभू कुमार सिंह
सिमडेगा : झारखंड के सिमडेगा जिले में रांची को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-143 (एनएच-143) पर सड़कों की जर्जर स्थिति के कारण लगातार लंबे जाम लग रहे हैं। बड़े-बड़े गड्ढों ने यात्रियों और मालवाहक वाहनों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। विगत कुछ दिनों में दो बड़े हादसों के कारण सड़क पर 20 घंटे से अधिक समय तक जाम बना रहा, जिससे किलोमीटर लंबी वाहनों की कतारें लग गईं। तेज बारिश ने हालात को और जटिल बना दिया है।

ट्रक ब्रेकडाउन से 18 घंटे का जाम
बीती रात करीब 10 बजे कोलेबिरा देव नदी मोड़ के पास एक भारी मालवाहक ट्रक का चक्का सड़क के एक बड़े गड्ढे में फंस गया। इससे ट्रक का एक्सल (गुल्ला) टूट गया और सड़क पूरी तरह अवरुद्ध हो गई। सोमवार रात 10 बजे से शुरू हुआ यह जाम मंगलवार शाम 4 बजे तक पूरी तरह समाप्त नहीं हो सका। सड़क के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे रांची-ओडिशा मार्ग पर यातायात ठप हो गया।

पुलिस और प्रखंड प्रशासन के प्रयासों से मंगलवार दोपहर 12 बजे जाम स्थल पर छोटे-हल्के वाहनों के लिए एक कच्चा वैकल्पिक रास्ता तैयार किया गया। हालांकि, मंगलवार शाम हुई तेज बारिश ने इस रास्ते को फिसलन भरा बना दिया, जिससे अब वहां भी खतरा बढ़ गया है। अभी तक जाम पूरी तरह क्लियर नहीं हो पाया है, और स्थानीय प्रशासन निरंतर प्रयासरत है।

15 सितंबर को भी कैमिकल ट्रक हादसा
यह पहला मौका नहीं है जब एनएच-143 पर गड्ढों ने जाम का सबब बनाया। 15 सितंबर की शाम सरईपानी के पास एक उच्च ज्वलनशील रसायन से लदा ट्रक सड़क की खराब स्थिति के कारण असंतुलित होकर बीच सड़क पर खराब हो गया था। उस घटना में भी लंबा जाम लग गया था, जो करीब 20 घंटे बाद पुलिस ने खुलवाया। इन घटनाओं से साफ है कि सड़क की मरम्मत की कमी से न केवल जाम लग रहा है, बल्कि संभावित दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ रहा है।

सड़क की जर्जर स्थिति: बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
एनएच-143, जो रांची से गुड़ला होते हुए सिमडेगा और ओडिशा को जोड़ता है, लंबे समय से रखरखाव की कमी का शिकार है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे और उबड़-खाबड़ इलाके मालवाहक ट्रकों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। हालिया मानसून की बारिश ने हालात को और बिगाड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, सिमडेगा सहित चार जिलों में 23 सितंबर को भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है, जो सड़क मरम्मत को और चुनौतीपूर्ण बना रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह राजमार्ग जिले की आर्थिक धमनी है, लेकिन गड्ढों के कारण दैनिक यात्रा दुश्वार हो गई है। एक ट्रक चालक ने बताया, “हर रोज गड्ढों से जूझना पड़ता है। देरी से माल पहुंचाने पर नुकसान होता है।” विशेषज्ञों का मानना है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को तत्काल मरम्मत करानी चाहिए, क्योंकि ठेकेदार की जिम्मेदारी दिसंबर 2025 तक बनी हुई है।
प्रशासन की अपील: धैर्य रखें, मरम्मत जल्द
सिमडेगा एसपी और डीसी ने यात्रियों से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। जिला प्रशासन ने एनएचएआई को पत्र लिखकर तत्काल मरम्मत की मांग की है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में सड़क सुधार से ऐसी घटनाएं रुकेंगी।




