सिमडेगा: खाट पर स्वास्थ्य सिस्टम की हकीकत, बुजुर्ग महिला को तीन किमी पैदल खाट पर टांगकर ले जाना पड़ा अस्पताल, देखें वीडियो
सिमडेगा: खाट पर स्वास्थ्य सिस्टम की हकीकत, बुजुर्ग महिला को तीन किमी पैदल खाट पर टांगकर ले जाना पड़ा अस्पताल
सिमडेगा : झारखंड के सिमडेगा जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति और बुनियादी ढांचे की कमी ने एक दर्दनाक तस्वीर पेश की है। जिले के पाकरटांड़ प्रखंड के चुंदियारी गांव में शनिवार को हुई एक घटना ने इस समस्या को फिर से उजागर किया। गांव की 65 वर्षीय गंगो देवी अपने घर के बाहर गिर गईं, जिसके कारण उनकी कमर में गंभीर चोट लगी। लेकिन गांव में न तो कोई स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध थी और न ही पक्की सड़क, जिसके चलते उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
क्या थी पूरी घटना?
गंगो देवी, जो चुंदियारी गांव की निवासी हैं, शनिवार सुबह अपने घर के बाहर काम कर रही थीं, तभी उनका पैर फिसल गया और वह गिर पड़ीं। इस हादसे में उनकी कमर में गंभीर चोट आई, जिसके कारण वह चल-फिर पाने में असमर्थ हो गईं। परिजनों ने तुरंत उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन गांव में पक्की सड़क न होने के कारण एंबुलेंस उनके घर तक नहीं पहुंच सकी।
थक-हारकर परिजनों को मजबूरन गंगो देवी को एक खाट पर लिटाकर लगभग तीन किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ा। इस दौरान गंगो देवी को असहनीय दर्द से गुजरना पड़ा। मुख्य सड़क पर पहुंचने के बाद परिजनों ने किसी तरह एक वाहन की व्यवस्था की और उन्हें सिमडेगा सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली
यह घटना एक बार फिर से सिमडेगा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी को उजागर करती है। चुंदियारी जैसे सुदूर गांवों में न तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं और न ही नियमित रूप से एंबुलेंस सेवा उपलब्ध है। पक्की सड़कों का अभाव इस समस्या को और गंभीर बनाता है, जिसके कारण मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पहली बार नहीं हुई हैं। पहले भी कई बार मरीजों को खाट, साइकिल, या अन्य साधनों से अस्पताल ले जाना पड़ा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से बार-बार सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग की है, लेकिन उनकी मांगों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पाकरटांड़ प्रखंड के एक अधिकारी ने बताया कि चुंदियारी गांव में सड़क निर्माण का प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन है, और जल्द ही इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस सेवा में तकनीकी खराबी को ठीक करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के वादे पहले भी किए गए हैं, लेकिन धरातल पर कोई बदलाव नहीं आया।