बोकारो में बांग्लादेशी घुसपैठ की आशंका: बीएसएल की जमीन पर अवैध निर्माण ढहाए, जांच की मांग
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच झारखंड के बोकारो जिले में में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कथित मामले ने चर्चा को जन्म दिया है। दरअसल 3 मई को, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) की जमीन पर सेक्टर 6 थाना क्षेत्र के भर्रा बस्ती के पास अवैध निर्माणों को हटाने के लिए बीएसएल की सुरक्षा टीम और स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई की। बीएसएल के सुरक्षा अधिकारी, रिटायर्ड कर्नल शेखावत (डीजीएम), ने दावा किया कि इन अवैध मकानों में रहने वालों के पास कोई पहचान पत्र, जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड या अन्य प्रमाण, नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ये लोग संदिग्ध रूप से बांग्लादेशी घुसपैठिए प्रतीत होते हैं और आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं। स्थानीय लोगों ने भी इन व्यक्तियों को पहचानने से इनकार किया, और पूछताछ के दौरान कुछ लोग भाग गए। शेखावत ने इस मामले की गहन जांच की मांग की, ताकि भविष्य में कोई बड़ी घटना रोकी जा सके।
अभी हम अमला सोशल मीडिया एक्स पर भी तूल पकड़ रहा है सोशल साइट पर लोग पोस्ट्स कर इस मुद्दे पर चिंता जता रहे है, लोग बोकारो को घुसपैठियों का अड्डा बनने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोग स्थानीय विधायकों और राज्य सरकार की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं।
हालांकि, ये दावे अभी प्रारंभिक हैं और पुष्ट तथ्यों के लिए आधिकारिक जांच की आवश्यकता है। जानकारी के मुताबिक भारत के अन्य हिस्सों, जैसे दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु में भी अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की खबरें आई हैं, जहां फर्जी दस्तावेजों और संगठित नेटवर्क की मदद से घुसपैठ की बात सामने आई है।
बोकारो में बीएसएल ने पहले भी अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाए हैं, जैसे 2023 में बीजीएच के पास 15 मकानों पर बुलडोजर कार्रवाई।