मनोज झा की हत्या के बाद राज्य भर के वकीलों में काफी आक्रोश
रांची सिविल कोर्ट के दिवंगत अधिवक्ता मनोज झा की हत्या के बाद राज्य भर के वकीलों में काफी आक्रोश देखने को मिला. वकील हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए सड़क पर उतरे, जिसके बाद पुलिस ने काफी तत्परता दिखाते हुए इस कांड में शामिल सभी आरोपियों को एक-एक गिरफ्तार कर लिया. सभी अभियुक्त जेल की सलाखों के पीछे हैं. अब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद वकील न्यायालय न्याय के लिए पहुंच रहे है. बताया जा रहा है कि 400 वकील दिवंगत मनोज झा का केस लड़ेंगे और आरोपियों को सजा दिलायेंगे.
कई नामी क्रिमिनल लॉयर और वरिष्ठ अधिवक्ता भी लड़ेंगे केस
जानकारी के मुताबिक अधिवक्ता मनोज झा हत्याकांड के आरोपी जल्द ही अपनी जमानत के लिए न्यायालय का दरवाज़ा खटखटा सकते हैं. लेकिन रांची सिविल कोर्ट में उन्हें वकीलों के भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा. रांची सिविल कोर्ट के करीब 400 से ज्यादा वकीलों ने दिवंगत मनोज झा के हत्या के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा लड़ने का निर्णय लिया है
सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी वकील आरोपियों का केस ना लड़े
रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता सत्येंद्र प्रसाद एवं अधिवक्ता ऋषिकांत राय ने बार भवन में घूमकर हस्ताक्षर अभियान चलाया और रांची जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं को दिवंगत मनोज झा का केस लड़ने के लिए प्रेरित किया. अधिवक्ता सत्येंद्र प्रसाद ने बताया कि लोगों को न्याय दिलाने वाले वकील मौजूदा परिस्थतियों में खुद को भयभीत महसूस कर रहे हैं. एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट कब लागू होगा, यह तय नहीं है. ऐसे में वकीलों को अपनी अस्मिता की लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट होना होगा. यह सुनिश्चित करना होगा कि वकीलों के खिलाफ हिंसक घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की ओर से कोई भी वकील केस ना लड़े.