पार्षद खोलेंगे नगर निगम (NAGAR NIGAM) के खिलाफ मोर्चा, सरकार से नगर निगम को भांग करने की करेंगे शिफारिश।
रांची के नगर निगम (NAGAR NIGAM) के जिम्मे सफाई और शहर को व्यवस्थित रखने की जिम्मेदारी होती है. जिसके लिए रांची नगर निगम बड़े दावे भी करता है. इसीलिए नगर निगम शहर की सारी समश्याओ के समाधान के लिए बिचार बिमर्श और चर्चा का रास्ता अपनाते है, और हर महीने नगर निगम बोर्ड की बैठक का आजोयन भी किया जाता है. लेकिन इसके बावजूद भी इस पूरे वर्ष में रांची नगर निगम परिषद की केवल 2 बैठक ही आयोजित की गई है. यही नहीं वर्ष 2021-22 का बजट भी संपुष्टि के लिए राज्य सरकार के पास नहीं भेजी गई. जिससे की ये साफ प्रदर्शित होता है कि नगर निगम के पदाधिकारी शहर के विकास के प्रति कितने गंभीर हैं. और अब इस पुरे मामले को लेकर नगर निगम के सभी पार्षद रांची नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं. वही दूसरी तरफ नगर आयुक्त से भी इस पुरे मामले के लिए मिलने और मिलकार मेमोरेंडम सौंपने की भी पूरी तयारी कर ली गई है.
रांची नगार निगम के वार्ड पार्षदों का ये कहना है कि परिषद की पहली बैठक मार्च महीने में हुई थी वही दूसरी बैठक सितंबर महीने में कराइ गई थी, जबकि नियम अनुसार नगर निगम द्वारा बैठक प्रति महीना बुलाई जानी है. रांची नगार निगम के वार्ड पार्षदों ने कहा कि ये बड़ी आश्चर्य की बात है कि जब मार्च महीने में ही रांची नगर निगम परिषद ने बजट को पारित कर दिया था तो आखिर इसके बाद भी आजतक यानि 14 दिसंबर 2021 तक भी बजट संपुष्ट कर राज्य सरकार को क्यों नहीं भेजी गई ?, और अगर मार्च महीने में पास किया गया बजट दिसंबर महीने तक भी अगर नहीं भेजा गया है तो फिर ऐसे बजट का क्या तात्पर्य बनता है. आगे बढ़ते हुए एक प्रश्न जो बार बार परसदो द्वारा उठाया गया वो ये है की जब बजट का कोई मतलब ही नगर निगम के लिए नहीं बनता तो आखिर निगम परिषद द्वारा इसे पारित क्यों कराया जाता है. परिषदों ने आगे बढ़ते हुए ऐसा भी कहा की आखिर जब इस पुरे नगर निगम द्वारा अगर किसी भी तरह का हर महीने नगर निगम बोर्ड की बैठक का आजोयन ही नहीं किया जाता तो पार्षद सरकार से नगर निगम को भांग करने की शिफारिश करेंगे।