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Budget 2023:-झारखंड विधानसभा में 1, 16,418 करोड़ का बजट पेश:इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर और नयी योजनाओं पर जोर, सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश

Budget 2023

प्रेरणा चौरसिआ

Drishti Now Ranchi

झारखंड विधानसभा में आज 1, 16,418 करोड़ का बजट पेश किया। वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने बजट पेश किया। अपने बजट भाषण में उन्होंने इस बात को बताया कि इस बार के बजट में सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की कोशिश की गयी है। वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह झारखंड का हमीन कर बजट है। हमने स्थापना से ज्यादा योजनाओं पर जोर दिया है। इसका मतलब है कि हम चाहते हैं कि लोगों का ज्यादा से ज्यादा विकास हो। सदन में उन्होंने कहा कि यह बजट सभी वर्गों से सुझाव लेकर बनाया गया है। राज्य पिछले तीन सालों में विकास की ओर बढ़ा है। झारखंड की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है।

योजनाओं पर किया गया है फोकस
बजट अभिभाषण के मुताबिक सरकार ने लगभग हर क्षेत्र को बजट आवंटित किया है। लेकिन सरकार का जोर स्थापना से ज्यादा योजनाओं पर है। राज्य सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर कृषि तक को फोकस करते हुए योजनाएं लागू करने को लेकर वजट फोकस किया है। इसके तहत सिंचाई व्यवस्था और जल संरक्षण के लिए पांच एकड़ से कम क्षेत्र वाले तालाबों का मशीन से गाद हटाने और डीप बोरिंग कराने पर 500 करोड़ रुपये खर्च करने पर जोर दिया गया है। वहीं सौर ऊर्जा आधारित माइक्रोलिफ्ट ईरिगेशन के लिए कृषि समृद्धि योजना लागू की जाएगी। कृषि क्षेत्र में पेस्टीसाइड तथा फर्टीलाइजर का उपयोग कम करते हुए जैविक खेती के प्रमोशन के लिए फसल सुरक्षा कार्यक्रम शुरू की जाएगी। ये योजनाएं बताती हैं कि 2023-24 का वर्ष योजनाओं के कृयान्वयन का होगा।
बजट में की गयी बढ़ोत्तरी
आज पेश किए गए बजट में बढ़ोत्तरी की गई है। वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि अब तक जितने भी बजट पेश किए गए हैं। उसमें सामान्य तौर पर 10 प्रतिशत की वृद्धि होती थी लेकिन हमने बजट में 15 प्रतिशत की वृद्धि की है। सीएम मेधा छात्रवृति योजना ,सीएम गंभीर बीमारी योजना ,धोती साड़ी लूंगी योजना सहित सभी योजना सीधे राज्य की जनता से जुड़ी है। हमारी सरकार के पांव जमीन पर मजबूती से टिके है और आसमान की ऊंचाई को छूना है। हमारी सरकार ने राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बेहतर ऋण प्रबंधन किया है।
हर सेक्टर को आगे बढ़ाने की है बात
बजट में हर क्षेत्र को आगे बढ़ाने की बात कही गयी है। बजट में श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के लिए बजट में 67% की वृद्धि की गई है। श्रम नियोजन के लिए 985 करोड़ का बजट प्रस्तावित है। वहीं मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत राज्य की 1 लाख 40 हजार युवक युवतियों को कौशल प्रशिक्षण दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस बजट में वित्त मंत्री के मुताबिक राज्य में आधारभूत संरचनाओं का विकास तेजी से करना सरकार की प्राथमिकता है। राज्य के आर्थिक स्वास्थ्य को बेहतर करने और भविष्य की पीढ़ी को आर्थिक बोझ की विरासत से बचाने के लिए बेहतर ऋण प्रबंधन किया गया है। बजट में राजस्व व्यय के लिए 84 हजार 676 करोड़ और पूंजीगत व्यय के लियूए 31 हजार 742 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है।
तीन सालों में राज्य की स्थिति मजबूत हुई है

बजट पेश करने के दौरान अब तक की स्थिति विकास दर का जिक्र भी रामेश्वर उरांव ने किया। योजना की राशि में तीन गुना वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है। तीन सालों में राज्य की स्थिति मजबूत हुई है। राजस्व आय में सरकार ने वृद्धि की है।

डॉ रामेश्वर उरांव ने चौथी बार बजट पेश किया
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने चौथी बार विधानसभा में बजट पेश किया। यह भी एक रिकॉर्ड है। इससे पहले सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकार्ड पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के पास था। उन्होंने पिछली सरकार में लगातार 5 बार बजट पेश किया था।

विपक्ष ने बजट को बताया झूठ का पुलिंदा
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव की ओर से प्रस्तुत बजट और उनके अभिभाषण के बाद विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर दिया। विपक्ष ने सरकार के बजट को झूठ का पुलिंदा बताया है। विपक्ष के कई विधायकों ने कहा कि बजट सरकार को ही समझ नहीं आने वाला है। इस बजट से किसका और किस रूप में लाभ मिलेगा यह साफ नहीं है। इस बजट में राज्य की जनता के लिए कुछ भी नहीं है। विधायकों ने कहा कि सरकार ने जो पहले घोषणा की थी उसपर कोई काम किया ही नहीं और नए बजट में बड़ी-बड़ी बातें कर दी।

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