द्वितीय चरण के प्रचार का शोर समाप्त अब मतदान की तैयारी 20 तारीख को 38 सीटों के लिए मतदान होगा
रांची: झारखंड इलेक्शन 2024 का अंतिम चरण अब शुरू हो चुका है पहले चरण के मतदान के बाद अब दूसरे चरण की प्रचार की घड़ी समाप्त हो गई है और आज शाम 5:00 बजे दूसरे फेज के चुनाव का प्रचार का दौर अब समाप्त हो गया है । दूसरे चरण के प्रचार के अंतिम दिन सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी । अब सबकी नजरें 20 नवंबर यानी बुधवार को होनेवाले मतदान पर टिकी हैं. इस चरण में झारखंड के कई दिग्गजों के किस्मत का फैसला होना है.
झारखंड के जिन राजनेताओं का भविष्य EVM में बंद होगा उसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, बाबूलाल मरांडी, सुदेश महतो, रबीन्द्रनाथ महतो, दीपिका पांडे सिंह, हफीजुल हसन, सीता सोरेन, बसंत सोरेन सहित कई दिग्गज शामिल हैं. इस चुनाव में संथाल की 18 सीटों सहित कुल 38 सीटों के लिए मतदान होना है. चुनाव आयोग के मुताबिक दूसरे चरण में 528 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इन प्रत्याशियों में 472 पुरुष और 55 महिला के अलावा एक थर्ड जेंडर भी चुनाव मैदान में है.
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चुनाव आयोग के मुताबिक अंतिम चरण में होने वाली 38 सीटों पर मतदान में 27 सामान्य, 03 SC और 08 एसटी कोटे की सीटें शामिल हैं. इस चुनाव में राष्ट्रीय दलों के कुल 73 प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं राज्य के निबंधित क्षेत्रीय दल से 28 और राज्य के बाहर के निबंधित क्षेत्रीय दल के 34, आरयूपीपी के 136 और निर्दलीय 257 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. अंतिम चरण में धनवार सीट पर सबसे अधिक 24 यहां प्रत्याशी खड़े हैं. वहीं सबसे कम देवघर एससी सुरक्षित सीट पर है, जहां महज 7 प्रत्याशी हैं.
दूसरे चरण के लिए चुनाव आयोग की तैयारियां भी व्यापक है. इस चरण में कुल 14 हजार 218 बूथों में 2,414 शहरी और 11 हजार 804 ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गये हैं. इस चरण में महिला संचालित बूथों की संख्या 239 होगी, वहीं औसतन प्रत्येक बूथ पर 871 वोटर मतदान करेंगे. मतदान के लिए सभी 38 सीटों पर 17 हजार 062 कंट्रोल यूनिट, 22 हजार 217 बैलेट यूनिट और 18,483 वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा. इस चरण में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. केंद्रीय बलों के साथ राज्य पुलिस के जवान तैनात होंगे.
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे अंतिम चरण में राष्ट्रीय दलों से लेकर क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. क्योंकि अंतिम चरण का मतदान झारखंड के राजनीतिक भविष्य के लिए निर्णायक साबित होने वाला है. संथाल से लेकर कोयलांचल की सीटों पर राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
चुनाव आयोग ने इस द्वितीय चरण के चुनाव के लिए व्यापक प्रबंध का दावा किया है. संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों की कई कंपनियों को लगाया गया है. साथ ही राज्य पुलिस के जवानों को भी मतदान में लगाया जा रहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और बॉर्डर वाले स्थानों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए आयोग कृतसंकल्पित है और इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है.
के रविकुमार ने कहा कि मतदान वाले क्षेत्र में चुनाव प्रचार आदि के लिए बाहर से गए राजनीतिक नेता, कार्यकर्ता को वह जगह तत्काल छोड़ देना है। वे ही वहां रह सकेंगे, जो उस क्षेत्र के मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की स्पष्ट गाइडलाइन है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति मतदान वाले क्षेत्र में नहीं रहेगा। इसे लेकर जिला प्रशासन होटल आदि की भी जांच करेंगे। बाहरी लोगों के मिलने पर वैधानिक कार्रवाई होगी। इसमें बीमारी की हालत में छूट के लिए मेडिकल बोर्ड के परीक्षण के परिणाम के आधार पर निर्णय होगा। वह सोमवार को निर्वाचन सदन, धुर्वा में पत्रकार वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सभी प्रत्याशी 20 नवंबर की शाम पांच बजे तक काउंटिंग एजेंट के लिए आवेदन दे दें। उसके बाद के आवेदनों पर विचार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 20 नवंबर को स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है। साथ ही हर मतदान केंद्र की लाइव निगरानी के लिए मतदान केंद्र के भीतर और बाहर दो कैमरे लगाये गए हैं। वेबकास्टिंग के माध्यम से इसकी सतत निगरानी जिला से लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय तक से की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 43 विधानसभा सीटों पर कुल 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जामताड़ा के मिहिजाम स्थित स्नेहपुर कुष्ठ आश्रम के मतदाताओं के सुगम मतदान के लिए स्नेहपुर सामुदायिक भवन, हांसीपहाड़ी में सहायक मतदान केंद्र का निर्माण किया गया है। यहां कुष्ठ पीड़ित कुल 57 मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन सभी प्रत्याशियों को मतदान केंद्र के 200 मीटर की परिधि से बाहर अपना कैंप लगाना है। कैंप में पार्टी और प्रत्याशी से जुड़ा कोई पोस्टर, सिंबल आदि नहीं लगाना है। वहां से वे मतदाताओं को सादे कागज पर उनका सीरियल नंबर दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि मतदान की निजता अनिवार्य है। इस स्थिति में मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल ले जाना, फोटो लेना, वीडियो बनाना अवैध है। ऐसा करते पकड़े जाने पर सजा का भी प्रावधान है।