CBSE News:-सीबीएसई पैटर्न पर राज्य भर में अप्रैल से शुरू होने थे 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, पढ़ाने के लिए इंग्लिश के टीचर ही नहीं
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प्रेरणा चौरसिया
Drishti Now Ranchi
झारखंड में पहली बार सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्ट विद्यालय) में अप्रैल माह बीतने के बाद भी सत्र 2023-24 की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। इसका सबसे बड़ा कारण इंग्लिश मीडियम के टीचरों का नहीं होना है। झारखंड सरकार वर्ष 2020 में दिल्ली की तर्ज पर नई योजना लेकर आई।
सीबीएसई बोर्ड से संबंद्ध 4,496 स्कूल खोलने का फैसला लिया। पहले चरण में सत्र 2023-24 के लिए 80 उत्कृष्ट विद्यालय चुने गए। 310 करोड़ रुपए खर्च कर नए स्कूल भवन बनाने, शिक्षकों की नियुक्ति व संसाधन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। 1 अप्रैल 2023 से पढ़ाई शुरू करने का लक्ष्य था। पर, अभी एडमिशन प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। जबकि, प्राइवेट और केंद्रीय विद्यालयों में नया सेशन शुरू भी हो चुका है।
राज्य के 80 सरकारी स्कूलों को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाने का काम नवंबर 2021 में शुरू हुआ था। अबतक विद्यालयों के निर्माण पर 310 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। जिससे उत्कृष्ट विद्यालय में लैंग्वेज लैब, कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, मैथ्स लैब और पुस्तकालय के साथ-साथ स्मार्ट क्लास का निर्माण हुआ है। इसके अलावा विद्यालयों में खेलकूद के लिए थ्रो बॉल, खो-खो, कबड्डी, वालीबॉल, और बॉस्केटबॉल कोर्ट का निर्माण किया गया है। साथ ही स्टाफ रूम, रिकॉर्ड रूम, परीक्षा हॉल, स्टॉफ कॉमन रूम, प्राचार्य कक्ष बनाए गए हैं।
दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय, मेडिकल रूम, एनसीसी और स्काउट गाइड रूम का भी निर्माण हुआ है। पर अभी एडमिशन प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई है। मई के दूसरे सप्ताह से गर्मी छुट्टी शुरू हो जाएगी। ऐसे में स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में नए सत्र की पढ़ाई कब शुरू होगी यह बड़ा सवाल है।
सचिव ने मांगे इंग्लिश मीडियम से पढ़े टीचर
शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने 13 अप्रैल को सभी जिले के डीसी को पत्र लिखकर कहा है कि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 80 उत्कृष्ट विद्यालयों में अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाई होनी है। इसलिए, जिलों में नियुक्त वैसे स्नातक शिक्षकों की विषयवार सूची बनाएं, जिन्होंने सीबीएसई या आईसीएसई बोर्ड से पढ़ाई की है। निजी स्कूल या केंद्रीय विद्यालयों में कार्यरत थे। पहले चरण में 3000 हजार अंग्रेजी मीडियम शिक्षकों की जरूरत है। अभी उत्कृष्ट स्कूलों में हिंदी मीडियम से पढ़े शिक्षक हैं, जो सीबीएसई पैटर्न पढ़ाने में एक्सपर्ट नहीं हैं।
टीजीटी में मैथ्स छोड़ किसी भी सब्जेक्ट के टीचर नहीं
इस सत्र से पहली से 12वीं क्लास तक की पढ़ाई होनी है। टीजीटी में मैथ्स को छोड़कर किसी भी सब्जेक्ट का शिक्षक नहीं है। पीजीटी में मैथ्स और साइंस सब्जेक्ट की टीचर नहीं है।
-आनंद प्रकाश मिश्र, प्रभारी प्राचार्य, उत्कृष्ट विद्यालय, कांके
स्कूल में अभी एडमिशन भी नहीं शुरू हुआ है
स्कूल में अभी तक एडमिशन भी शुरू नहीं हो सका है। अंग्रेजी मीडियम में पढ़ने वाले किसी विषय के शिक्षक नहीं है। फिलहाल मैट्रिक की कॉपी मूल्यांकन का काम भी चल रहा है।
– मंजूला एक्का, प्रभारी प्राचार्य, उत्कृष्ट विद्यालय, जिला स्कूल रांची