ऑपरेशन सिंदूर: BSF की महिला जवानों ने दिखाया अदम्य साहस, सांबा में चेक पोस्ट का नाम होगा ‘सिंदूर’
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में अपनी ताकत और साहस का शानदार प्रदर्शन किया। इस ऑपरेशन में BSF की महिला जवानों ने विशेष रूप से अपनी वीरता से दुश्मन को धूल चटाई। अब, इस ऐतिहासिक ऑपरेशन की याद में सांबा सेक्टर में एक फॉरवर्ड चेक पोस्ट का नाम ‘सिंदूर’ रखने का प्रस्ताव दिया गया है।
7 मई को शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर में BSF ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। BSF ने सांबा और जम्मू सेक्टर में 70 से अधिक पाकिस्तानी पोस्ट और आतंकी लॉन्च पैड्स को नष्ट कर दिया।
ऑपरेशन के दौरान BSF की महिला जवानों ने फॉरवर्ड पोस्ट पर पुरुष जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी। BSF के इंस्पेक्टर जनरल (जम्मू फ्रंटियर) शशांक आनंद ने बताया कि असिस्टेंट कमांडेंट नेहा भंडारी, कॉन्स्टेबल मंजीत कौर, मलकीत कौर, ज्योति, संपदा और स्वप्ना जैसी महिला जवानों ने अदम्य साहस दिखाया। इन जवानों ने पाकिस्तानी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया और घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया। BSF की महिला सैनिक शंकरी दास ने गर्व से कहा, “हमने पाकिस्तान से अपनी महिलाओं के सिंदूर मिटाने का बदला ले लिया है।”
BSF ने सांबा सेक्टर में एक चेक पोस्ट का नाम ‘सिंदूर’ रखने का प्रस्ताव दिया है, ताकि इस ऑपरेशन की याद और शहीद जवानों की कुर्बानी को सम्मान दिया जाए। 10 मई को पाकिस्तान की गोलीबारी में BSF के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज, कॉन्स्टेबल दीपक कुमार और भारतीय सेना के नायक सुनील कुमार शहीद हो गए थे। इनके सम्मान में दो अन्य चेक पोस्ट का नामकरण भी प्रस्तावित है।
BSF ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तानी रेंजर्स और सैन्य अधिकारियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ‘विध्वंसक’ एंटी-मटेरियल राइफल और ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर जैसे हथियारों का प्रभावी इस्तेमाल किया गया, जिन्होंने पाकिस्तानी बंकरों और निगरानी चौकियों को तबाह कर दिया।