मुख्यमंत्री को मिली हत्या की धमकी के मामले में 5 महीने के बाद पुलिस के द्वारा उदभेदन नहीं कर पाना राज्य सरकार की पोल खोलता है : भाजपा.
Team Drishti.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!राँची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा की वर्ष की विदाई के अंत में भी मुख्यमंत्री की हत्या की धमकी के मामले का खुलासा नहीं हो पाना सिस्टम पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। प्रतुल ने कहा की दो ईमेल के जरिए 8 और 17 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनके परिजनों और करीबी अधिकारियों की हत्या की धमकी दी गई थी। रांची के साइबर थाना में मामला दर्ज कराया गया था और उसके बाद मामला सीआईडी को सौंप दिया गया था।
प्रतुल ने कहा की दोनों ईमेल का सर्वर जर्मनी और स्विट्जरलैंड था।अब लगभग साढे 5 महीने के बाद सीआईडी ने जर्मनी और स्विट्जरलैंड को अनुरोध पत्र भेजने के लिए अदालत से आग्रह करने का फैसला लिया है। जब मुख्यमंत्री की हत्या की धमकी के मामले में अनुसंधान इतनी धीमी गति से चल रहा हो और 5 महीने से ज़्यादा समय के बाद भी उद्भेदन नहीं हो पाया हो तो आम जनों की स्थिति का अंदाज लगाया जा सकता है।
प्रतुल ने कहा कि पुलिस के आला अधिकारी जो भी दावा करें लेकिन राज्य में अराजकता का माहौल कायम है। प्रतुल ने कहा कि पुलिस के जवान बीहड़ इलाकों में विषम परिस्थितियों में आज भी नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर अनिश्चितता की स्थिति और ठोस निर्णय न लिए जाने के कारण कारण इनका भी मनोबल गिर सकता है।







