रामजन्मभूमि पर आज से देवों संग विराजेंगे रामलला, सीएम योगी करेंगे प्राण प्रतिष्ठा
पवित्र नगरी अयोध्या में आज एक बार फिर इतिहास रचा जाएगा। श्री रामजन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में पवित्र देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन आज से शुरू हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पावन अवसर पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य रूप से शामिल होंगे और रामलला का अभिषेक करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, यह कार्यक्रम ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को समर्पित है। आज सुबह से शुरू होने वाले इस अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामलला और अन्य देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि अयोध्या धाम में आज श्री राम दरबार और अष्ट देवालयों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनना परम सौभाग्य की बात है।”
अयोध्या को इस खास अवसर के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। मंदिर परिसर में फूलों की सजावट, पारंपरिक वाद्य यंत्रों की ध्वनि और भक्ति भजनों से वातावरण राममय हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य 5 जून तक पूरा हो जाएगा, और आज से शुरू होने वाले समारोह में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या पहुंचेंगे और सबसे पहले हनुमानगढ़ी में बजरंगबली की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद वे राम मंदिर में रामलला का महाभिषेक और आरती करेंगे। दोपहर में अंगद टीला के पास एक जनसभा को भी संबोधित करने का कार्यक्रम है, जहां वे देशवासियों को इस पावन अवसर की बधाई देंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस अवसर को भव्य बनाने के लिए तीन दिवसीय आयोजन की योजना बनाई है। 5 जून से शुरू होने वाला यह उत्सव 7 जून तक चलेगा, जिसमें शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रदर्शन, यज्ञ, राम कथा प्रवचन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान शामिल होंगे। ट्रस्ट ने उन संत-महात्माओं और गृहस्थों को भी आमंत्रित किया है, जो पिछले साल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे।
देश-विदेश से राम भक्त इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। मंदिर परिसर में यात्री सुविधा केंद्र बनाया गया है, जहां श्रद्धालु बैठकर दर्शन कर सकते हैं और स्क्रीन के माध्यम से समारोह को देख सकते हैं। शाम 6 बजे से 9 बजे तक भगवान की बधाई और दान का आयोजन भी होगा।