ग्रामीण विकास के लिए ग्रामीण विकाश विभाग दुवारा सॉफ्टवेयर डेवलप्ड किया जा रहा है
राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर और फाइनेंसियल कंडीशन को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार का ग्रामीण विकास विभाग काम कर रहा है. विभाग स्तर पर कई तरह की योजनाएं संचालित हो रही हैं. अब इसकी निगरानी ऑनलाइन के जरिये की जाएगी. इसके लिए सॉफ्टवेयर विकसित किया जा रहा है.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इसी कड़ी में ग्रामीण विकास विभाग सीनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर और सॉफ्टवेयर डेवलपर की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया है. यह नियुक्ति कांट्रेक्ट आधारित होगी. जारी नोटिफिकेशन के अनुसार सीनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर का एक पद है जो अनारक्षित श्रेणी के लिए है. वहीं सॉफ्टवेयर डेवलपर के लिए भी एक पद है जो एसटी श्रेणी के लिए है. सीनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर को प्रतिमाह 50 हजार रुपये मिलेंगे. वहीं सॉफ्टवेयर डेवलपर को एकमुश्त 35 हजार रुपये मिलेंगे.
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कंप्यूटर साइंस/आइटी/इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्यूनिकेशन में बीटेक या एमसीए/एमएससी आइटी योग्यताधारी दोनों ही पदों के लिए एप्लीकेशन दे सकते हैं. सीनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर के लिए संबंधित फिल्ड में चार साल और सॉफ्टवेयर डेवलपर के लिए कम से कम दो साल का अनुभव होना जरुरी है. इस नियुक्ति की अच्छी बात यह है कि आवेदक को किसी तरह का एप्लीकेशन फी नहीं देना होगा. उम्मीदवार 3 सितंबर तक आवेदन दे सकते हैं.
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