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रांची में जारी है अवैध बालू तस्करी का काला कारोबार ,काली स्कॉर्पियो करती है स्काट ! कहाँ है प्रशासन ?

रांची में जारी है अवैध बालू तस्करी का काला कारोबार ,काली स्कॉर्पियो करती है स्काट
रांची : रिकी राज
रांची: अवैध बालू तस्करी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां दृष्टि नाउ की टीम की जांच पड़ताल ने मंगलवार की रात 2:00 बजे से 4:30 बजे के बीच अवैध बालू से लदे ट्रकों की तस्करी का पर्दाफाश किया। इस पूरे खेल में एक काली स्कॉर्पियो (गाड़ी नंबर JH01FG-0101) की अहम भूमिका सामने आई, जो बालू से लदे ट्रकों को एस्कॉर्ट करती नजर आई।

अवैध हाइवा में  डीजल डलवाते हुए  

पेट्रोल पंप पर डीजल और ऑनलाइन पेमेंट 
दिन मंगलवार , सुबह के दो बजे से लेकर सुबह के साढ़े चार बजे तक ,
बालू के अवैध धंधे का दृष्टि नाव ने किया पर्दाफाश,
गाड़ी नंबर JH01FG – 0101 काली स्कॉर्पियो जो की बालू से लदे गाड़ियों को एस्कॉर्ट देते हुए आगे बढ़ रही थी, जब दृष्टि नाव की टीम ने पुरी कहानी पर नजर डाली तो दिखा की तैमारा घाटी से पहले इंडियन ऑयल की पेट्रोल पंप जिसमें अवैध बालू से लदी तीन हाइवा का डीजल भरवाने के लिए रूकती है । इंडियन ऑयल पेट्रोल पम्प से डीजल डाला जाता है जिसकी रकम करीबन 40 हजार रुपए होती है। काली स्कॉर्पियो से निकले लोग लगभग 40 हजार पेमेंट करते हैं ,वह भी ऑनलाइन पेमेंट होता ह। जिसके बाद अवैध बालू से लदे हाइवा दनदनाती हुई पुलिस के चेक पोस्ट ,पेट्रोलिंग गाड़ियां ,और थानों को पार करती हुई रांची की ओर बढ़ जाती है। इस पूरे खेल का सबूत दृष्टि नाव के पास मौजूद है पुलिस वीडियो में सब कुछ देख सकती है।
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  •               पेमेंट करते हुए 
पुलिस और चेकपोस्ट की चुप्पी
पेट्रोल पम्प में पेमेंट करते हुए इस आदमी को गौर से देखिये ये आदमी आपको देखने में तो सिंपल लग रहा है लेकिन इसने तीन अवैध बालू से लदे हाइवा में डीजल भरवाया। यानि कह सकते है काली स्कार्पियो से निकला यह व्यक्ति अपने अवैध बालू के कारोबार का सरक्षणकर्ता है , इसके साथ उस गाड़ी में कई और लोग भी थे। जाहिर है की आपको देख कर हैरानी होगी की इनके हौसले इतने बुलंद है की देर रात यह अपने अवैध बालू से लदे हाइवा हो स्काट करता है इसे ना तो पुलिस का डर और ना ही माइनिंग विभाग का।
DMO का बयान: “लिखित शिकायत दो, तब जांच होगी”
सबसे हैरत की बात यह है की रो राज्य के सबसे प्रतिष्ठित अखबारों में न्यूज़ चैनलों में ,सोशल मीडिया में बालू तस्करी की खबरे छपती है तो क्या जिले के थानों के को इस बात की जानकारी नहीं होती है है की बालू का अवैध तस्करी हो रहा है ? क्या जिले के DMO को इसकी जानकारी नहीं होती है की बालू की अवैध तस्करी के जरिये सरकार को करोडो रूपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है? जब इस वीडियो के बाद रांची के जिला खनन पदाधिकारी से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गयी तो वे बालू का नाम सुनते ही झल्ला गए और बयान देने से इंकार कर दिया। अपना पल्ला झड़ते हुए कहा की इसपर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता आप लिखित तौर पर दे तो ही मै जाँच करूँगा। वैसे दूसरी तरफ क्या हाइवे पर पेट्रोलिंग कर रही गाड़ियों को यह अवैध बालू तस्करी का धंधा नहीं दिखता है ? क्यों सब आँख बंद किये हुए है , इसके पीछे की क्या कहानी है ?
100 से ज्यादा ट्रकों का रोजाना खेल
यह सिर्फ एक बानगी  है। रोजाना 100 से ज्यादा अवैध बालू से लदे ट्रक इसी तरह धड़ल्ले से चल रहे हैं। न तो पुलिस का डर और न ही खनन विभाग का खौफ इन तस्करों को रोक पा रहा है। इस अवैध कारोबार से सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
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  •        पेट्रोल से हाइवा निकलते  हुए 
क्या है इसके पीछे की कहानी? 
जब प्रमुख अखबारों, न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर बालू तस्करी की खबरें छप रही हैं, तो क्या जिले के थानों और DMO को इसकी भनक नहीं है? हाइवे पर पेट्रोलिंग करने वाली गाड़ियां इस धंधे को क्यों नहीं देख पा रही हैं? दृष्टि नाउ ने सवाल उठाया है कि आखिर इस चुप्पी के पीछे की कहानी क्या है?
आने वाला है अगला खुलासा
अगले अंक में और सबूतों के साथ इस अवैध बालू तस्करी के नेटवर्क का और गहरा खुलासा किया जाएगा।  फ़िलहाल हमारी यह खबर ने प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। क्या अब इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होगी, या यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा?
दृष्टि नाउ की अगली रिपोर्ट का इंतजार करें, जिसमें और चौंकाने वाले खुलासे होंगे!

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